राजधानी लखनऊ में उस समय सनसनी फैल गई जब यूपी के विभिन्न जिलों से आए पांच परिवारों ने प्रेस कांफ्रेंस कर ‘छांगुर गैंग’ और उससे जुड़े लोगों पर हत्या, जमीन कब्जा और जबरन धर्मांतरण के गंभीर आरोप लगाए। पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया कि कैसे इस गैंग ने साजिश के तहत न केवल ज़मीन हड़पी, बल्कि हत्या और धर्मांतरण जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय द्वारा आयोजित इस प्रेस वार्ता में नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और बलरामपुर से आए परिवारों ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने रखी।
❗ “पति की हत्या कर जमीन कब्जा, फिर मजार और मस्जिद बना दी गई”
लक्ष्मी वर्मा, जो नोएडा के दादरी रेलवे रोड की रहने वाली हैं, ने मीडिया को बताया कि उनका परिवार 2007 से ‘छांगुर गैंग’ और उससे जुड़े मुस्लिम गिरोह के उत्पीड़न का शिकार है। उन्होंने बताया कि उनके पति राजकुमार वर्मा ने जब परिवार की 10.5 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा रोकने की कोशिश की, तो उनकी हत्या कर दी गई।
लक्ष्मी का आरोप है कि जमीन पर पहले उनके कुल देवता का मंदिर था, जिसे तोड़ दिया गया और वहाँ मजार और मस्जिद बना दी गई। इसके बाद आसपास एक मुस्लिम बस्ती बसाई गई। उन्होंने बताया कि जमीन उनकी सास सावित्री देवी के नाम थी लेकिन आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे हथिया लिया।
“कई बार जिलाधिकारी कार्यालय और राजस्व विभाग में शिकायत की, पर किसी ने हमारी बात नहीं सुनी,” — लक्ष्मी वर्मा, पीड़िता।
🧕 धर्मांतरण का दबाव और छांगुर का नाम
लक्ष्मी का दावा है कि उनकी जमीन पर कुछ साल पहले छांगुर नामक व्यक्ति को देखा गया था। छांगुर और उसके लोग लगातार उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे थे।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके साथ धमकी दी गई थी कि,
“तुम लोगों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराई थी, अब हम वहाँ मस्जिद बनाएंगे।”
📞 मेरठ: नौकरी की जगह प्रेमजाल, फिर गायब हुई बहन
मेरठ से आए पीड़ित सुनील कुमार ने बताया कि उनकी बहन नोएडा की एक कंपनी में काम करती थी। वहीं काम करने वाले बदर अख्तर नाम के युवक ने उनकी बहन को प्रेमजाल में फंसा लिया। वर्ष 2019 में उनकी बहन और उसकी सहेली एक साथ गायब हो गईं।
सुनील ने बताया कि नोएडा और मेरठ थाने में FIR तक दर्ज नहीं की गई। कई महीनों बाद उनकी बहन से एक फोन कॉल आया। Truecaller में फोन नंबर ‘बदर अख्तर’ के नाम से दिखा। जांच करने पर पता चला कि बहन का धर्म परिवर्तन कर दिया गया है।
🧕 गाजियाबाद की बेटी ने पहनना शुरू किया हिजाब, फिर लापता
गाजियाबाद से आए एक और परिवार ने बताया कि उनकी बेटी पहले सामान्य जीवन जीती थी लेकिन पिछले कुछ समय से वह मजारों पर जाने लगी थी, हिजाब पहनती थी और “छांगुर-छांगुर” बोलती थी।
2 अप्रैल को वह कॉलेज जाने के लिए घर से निकली और गायब हो गई। अगले दिन बैंक खाता चेक किया तो उसमें से ₹50,000 निकाल लिए गए थे। परिजनों को शक है कि बेटी को ‘छांगुर गिरोह’ ने बहला-फुसलाकर धर्मांतरण के लिए मजबूर किया है।
🔍 अब जांच की मांग, NIA से उम्मीद
पीड़ितों ने यूपी सरकार से मांग की है कि इस मामले की एनआईए (NIA) या सीबीआई (CBI) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। परिजनों का कहना है कि मामला केवल जमीन कब्जे का नहीं है, यह देशभर में फैले धर्मांतरण रैकेट से जुड़ा हो सकता है।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा:
“यह सुनियोजित साजिश है। जमीन कब्जा, हत्या और धर्मांतरण के ज़रिए समाज को तोड़ने का प्रयास हो रहा है। सरकार को तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।”
