फर्जी आईडी से अश्लील चैटिंग और ब्लैकमेलिंग: झांसी पुलिस ने 7 लाख की साइबर ठगी का भंडाफोड़ किया

झांसी में साइबर अपराधियों के एक गैंग का खुलासा हुआ है, जो फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर लड़कियों के नाम से फर्जी आईडी बनाकर युवकों को जाल में फंसाते थे। यह गैंग युवकों से अश्लील चैट कराता और फिर उनकी न्यूड फोटो और वीडियो बनवाकर ब्लैकमेल करता था।

कैसे हुआ खुलासा?

रक्सा थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रामगढ़ बस स्टैंड के पास साइबर ठगी करने वाले कुछ युवक सक्रिय हैं। पुलिस टीम ने वहां छापा मारकर दो युवकों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गजराज लोधी (22 वर्ष), निवासी अमरपुरा गांव, शिवपुरी (मध्यप्रदेश) और संदीप लोधी (19 वर्ष), निवासी खागा गांव, शिवपुरी के रूप में हुई। इनके पास से पुलिस ने 3 मोबाइल फोन और 5 सिम कार्ड बरामद किए।

ठगी का तरीका

आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे लड़कियों की फोटो लेकर फर्जी फेसबुक और इंस्टाग्राम आईडी बनाते थे। इन आईडी से युवकों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती और फिर उनसे अश्लील चैट की जाती थी।
इसके बाद न्यूड फोटो और वीडियो मांगे जाते, जिन्हें बाद में वायरल करने की धमकी देकर पीड़ितों से पैसों की मांग की जाती थी।

जो युवक पैसे नहीं देते थे, उनके खिलाफ आरोपियों का दूसरा तरीका काम करता था। वे खुद को पुलिस अधिकारी बनकर कॉल करते और कहते कि तुम्हारी न्यूड वीडियो पकड़ी गई है, अब कार्रवाई होगी। डर के माहौल में युवक गिड़गिड़ाते और फिर मोटी रकम दे देते थे।

अब तक की ठगी और पुलिस की कार्रवाई

गिरफ्तार आरोपियों ने अब तक 145 लोगों से 7 लाख रुपये से अधिक की ठगी करना स्वीकार किया है। यह गैंग बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर युवाओं को टारगेट करता था।

फिलहाल पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं।

पुलिस का बयान

झांसी सदर सीओ अरीबा नोमान ने बताया कि,
“रक्सा थाना पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर सेक्स रैकेट और ठगी का खेल चला रहे थे। इनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है।”