उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी लखनऊ की सूरत बदलने और आसपास के जिलों के संतुलित विकास के लिए UP State Capital Region (UPSCR) बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। इस महत्वाकांक्षी योजना में लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली को शामिल किया गया है।
गुरुवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की बैठक में मण्डलायुक्त और एलडीए अध्यक्ष डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में UPSCR की पहली सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक में बताया गया कि एईकॉम इंडिया प्रा. लि. और एजीस इंडिया कन्सल्टिंग इंजीनियर्स प्रा. लि. के कंसोर्टियम को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। ये एक साल में क्षेत्रीय महायोजना तैयार करेंगे और अगले पांच साल में परियोजनाओं का DPR बनाकर क्रियान्वयन शुरू करेंगे।
🚉 हाईस्पीड कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास
करीब 26,000 वर्ग किलोमीटर में फैले UPSCR में जिलों के बीच हाई स्पीड रेल और रोड कनेक्टिविटी विकसित की जाएगी। इससे यात्रा समय घटेगा और औद्योगिक व व्यावसायिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
🏡 शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास को प्राथमिकता
योजना का उद्देश्य लखनऊ जैसे विकसित जिले पर दबाव कम कर अन्य जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, किफायती आवास और रोजगारपरक परियोजनाओं का विकास करना है। इससे हजारों लोगों को बेहतर सुविधाएं अपने ही जिले में मिल सकेंगी।
🌍 पर्यटन और कृषि में नई संभावनाएं
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में हर साल 1.8 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचते हैं। इनमें लखनऊ में 46%, बाराबंकी में 31%, उन्नाव में 14%, सीतापुर में 7% जबकि हरदोई और रायबरेली में 1-1% पर्यटक आते हैं। योजना से इन जिलों में पर्यटन और कृषि आधारित विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
📊 प्रशासन की तैयारी
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि हर जिले में एक-एक कंसल्टेंट नियुक्त किया जाए ताकि डेटा कलेक्शन तेज़ी से हो और योजना पर समयबद्ध ढंग से काम हो सके।
इस योजना के लागू होने के बाद UPSCR सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों को भी नए विकास मॉडल की दिशा में आगे बढ़ाएगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।