पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिजनों ने भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच पर गहरा विरोध जताया है। परिवार का कहना है कि जब देश के जवान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार हो रहे हैं, तब ऐसे देश से क्रिकेट खेलना उन वीरों के बलिदान का अपमान है।
शुभम की पत्नी ऐशान्या ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के साथ मैच खेलना “देश विरोधी” है और यह शहीदों के परिवारों की भावनाओं को ठेस पहुँचाता है। उनका कहना है कि क्रिकेट के जरिए पाकिस्तान को इंटरनेशनल स्तर पर मंच मिल रहा है, जबकि वह भारत में निर्दोष लोगों और जवानों की जान ले रहा है।
शुभम के अन्य परिजनों ने भी यही मांग उठाई कि भारत सरकार और क्रिकेट बोर्ड को पाकिस्तान से सभी खेल, व्यापार और सांस्कृतिक रिश्ते तुरंत खत्म करने चाहिए। उनके अनुसार, “रक्तरंजित हाथों से हाथ मिलाना शहीदों के बलिदान को भुलाने जैसा है।”
यह बयान उस समय आया है जब एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंटों में भारत-पाक मुकाबले पर खासा उत्साह रहता है, लेकिन आतंकवाद से पीड़ित परिवार इसे “क्रिकेट नहीं बल्कि संवेदनाओं पर वार” मानते हैं।
👉 साफ है कि शहीदों के परिवारों की नजर में पाकिस्तान से मैच खेलना सिर्फ खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वाभिमान और शहीदों की शहादत का सवाल है।