बिहार अधिकार यात्रा: जहानाबाद से तेजस्वी यादव ने भरी हुंकार, 11 जिलों में करेंगे जनसंवाद, बेरोजगारी-हकमारी और वोटर लिस्ट पर केंद्र को घेरेंगे

बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमाने वाली है। विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज (मंगलवार) से अपनी “बिहार अधिकार यात्रा” की शुरुआत जहानाबाद से कर दी है। यह यात्रा 20 सितंबर तक चलेगी और वैशाली में जाकर समाप्त होगी। इस दौरान तेजस्वी बिहार के 11 जिलों – जहानाबाद, नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर, उजियारपुर और वैशाली – में जनसंवाद करेंगे।

🚩 यात्रा का उद्देश्य

तेजस्वी यादव इस यात्रा के जरिए

  • मतदाता सूची पुनरीक्षण पर जागरूकता फैलाएंगे।
  • केंद्र सरकार पर “वोटों की चोरी” का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाएंगे।
  • बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर जनता को सरकार की नाकामी बताएंगे।
  • बिहार के प्रति केंद्र की “हकमारी” का मुद्दा उठाएंगे।
  • साथ ही महागठबंधन की सरकार बनने पर जनता को होने वाले फायदों की रूपरेखा भी पेश करेंगे।

✊ पोस्टर-बैनरों से पटा जहानाबाद

यात्रा की शुरुआत से पहले जहानाबाद का माहौल पूरी तरह राजनीतिक रंग में रंग चुका है।

  • जिले में जगह-जगह पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं।
  • तोरण द्वार बनाए गए हैं और वाटरप्रूफ पंडाल भी तैयार किए गए हैं।
  • गांधी मैदान में आयोजित सभा में तेजस्वी महागठबंधन को जीत का संदेश देंगे।

🌧 बारिश की आशंका, फिर भी उमड़ा जोश

बारिश की संभावना को देखते हुए कार्यक्रम स्थल पर खास इंतजाम किए गए हैं। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों में भारी उत्साह है।

  • सदर विधायक सुदय यादव, मखदुमपुर विधायक सतीश दास समेत कई नेताओं ने व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया है।
  • गांव-गांव जाकर लोगों को सभा में शामिल होने का न्योता दिया गया है।

🌸 जगह-जगह स्वागत की तैयारी

तेजस्वी की यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे जगह-जगह उनका भव्य स्वागत होगा।

  • डियांवा और हुड़ाड़ी में तोरण द्वार बनाए गए हैं।
  • गाजे-बाजे और फूल-मालाओं से तेजस्वी का अभिनंदन होगा।
  • कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस यात्रा ने उनमें नया जोश भर दिया है और ग्रामीणों में भी खासा उत्साह है।

🔎 राजनीतिक मायने

महागठबंधन की पिछली वोटर अधिकार यात्रा में जो जिले छूट गए थे, उन्हें इस यात्रा में शामिल किया गया है। साफ है कि तेजस्वी इस यात्रा के जरिए आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं।
उनका मकसद है कि बेरोजगारी, महंगाई और केंद्र की नीतियों को बड़ा मुद्दा बनाकर जनता से सीधे जुड़ें और सरकार पर हमला करें।