लखनऊ से एक हैरान कर देने वाला धर्मांतरण और उत्पीड़न का मामला सामने आया है। ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के न्यू हैदरगंज इलाके में रहने वाले एक परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी नाबालिग संतान और पत्नी को जबरन धर्मांतरण और ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसा दिया गया।
11 साल के मासूम के साथ क्या हुआ?
- पीड़ित पिता अंकित पांडे ने बताया कि उनका 11 साल का बेटा अर्णव बेहोश कर दिया गया और उसका खतना करवा कर जबरन मुस्लिम धर्म अपनवा दिया गया।
- पिता ने यह खुलासा तब किया जब नहलाते समय उन्होंने बेटे की हालत देखी।
पत्नी पर भी गिरी गाज
- अंकित की पत्नी प्रियंका पांडे ने बताया कि उन्हें अश्लील वीडियो और तस्वीरों के ज़रिए ब्लैकमेल किया गया और मजबूर किया गया कि वे इस्लाम धर्म कबूल कर लें।
- प्रियंका ने पति से कहा कि अब वह उसके साथ नहीं रहना चाहती और बेटे का खतना करवा दिया है।
मुख्य आरोपी कौन?
- पीड़ित परिवार के मुताबिक, जब भी अंकित काम पर जाते थे तो मोहल्ले का ही एक व्यक्ति मंसूर हसन सैफी रोज़ उनके घर आता था।
- आरोप है कि उसी ने प्रियंका और उसके बेटे को फंसाया और धर्मांतरण कराया।
समाज और कानून पर सवाल
- यह मामला न केवल धर्मांतरण कानून पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है, बल्कि बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं गहराता है।
- अभी तक पुलिस की ओर से विस्तृत कार्रवाई की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मामला बेहद संवेदनशील है और बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बन गया है।
👉 यह घटना दिखाती है कि धर्मांतरण और ब्लैकमेलिंग का खेल किस तरह मासूम ज़िंदगियों को तबाह कर रहा है।
