‘मुझे गलती हो गई मां…’ गंदे वीडियो और धमकियों ने ली युवती की जान, गोरखपुर में सनसनी

गोरखपुर। यूपी के गोरखपुर जिले से आई यह खबर न सिर्फ दिल दहला देने वाली है बल्कि समाज और सिस्टम दोनों को झकझोरने वाली है। 22 वर्षीय युवती ने ब्लैकमेलिंग और साइबर ठगी से परेशान होकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। उसने आत्महत्या से पहले मां को ऑडियो भेजकर कहा – “मुझे गलती हो गई मां… अब और सहन नहीं कर सकती।” यही उसकी आखिरी आवाज थी।

गंदे वीडियो और ब्लैकमेलिंग से टूटी हिम्मत

जानकारी के मुताबिक, युवती को गंदे फोटो और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। ठगों ने पैसे न देने पर अश्लील सामग्री सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। युवती ने डर और शर्म से टूटकर कई बार पैसे भी भेजे, यहां तक कि 60,000 रुपये तक जालसाजों को ट्रांसफर कर चुकी थी। लेकिन जब यह सिलसिला नहीं थमा, तो उसने मौत को गले लगा लिया।

मां के पास भेजा आखिरी संदेश

खुदकुशी से ठीक पहले उसने मां के मोबाइल पर एक ऑडियो भेजा। वहीं अपने फोन में एक वीडियो रिकॉर्ड कर मां से माफी मांगी। वीडियो में वह कहती है –
“मुझसे गलती हो गई, मां। मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा है। पैसे मांगे जा रहे हैं। अब और परेशान नहीं होना चाहती, इसलिए जान दे रही हूं।”
उसकी यह रिकॉर्डिंग सुनकर मां और परिवार पूरी तरह टूट गया।

खुदकुशी के बाद भी आती रहीं धमकी भरी कॉल

युवती की सहेली ने बताया कि साइबर ठगों ने एआई से बने अश्लील एनिमेटेड फोटो तक भेजे थे। खुदकुशी के बाद भी व्हाट्सएप कॉल आती रहीं। जब परिवार ने कॉल रिसीव किया और बताया कि लड़की ने आत्महत्या कर ली है, तो सामने वाला बिना कुछ कहे फोन काट गया। यह स्थिति दिखाती है कि जालसाज कितने निर्दयी और खतरनाक तरीके से काम कर रहे हैं।

भाई ने दी तहरीर, पुलिस जांच में जुटी

युवती के भाई ने गोला थाना क्षेत्र के चौकी इंचार्ज को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसकी बहन को लगातार धमकाकर पैसों की मांग की जा रही थी। उसने कई सबूत पुलिस को सौंपे, जिनमें ऑडियो रिकॉर्डिंग और चैट शामिल हैं। फिलहाल पुलिस साइबर ब्लैकमेलिंग की इस घटना की जांच कर रही है। एसएसपी राजकरन नैय्यर ने कहा कि “पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।”

परिवार की पीड़ा: मां-बाप और भाई बिखर गए

लड़की के पिता जम्मू-कश्मीर में बढ़ई का काम करते हैं जबकि मां कस्बे में छोटी सी दुकान चलाती हैं। परिवार के दो बड़े भाई भी पिता के साथ काम करते हैं। घटना के समय मां दुकान पर थीं और शाम को जब घर लौटीं, तो उनकी दुनिया उजड़ चुकी थी।

साइबर अपराध के बढ़ते खतरे पर सवाल

यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है – आखिर कब तक साइबर अपराधियों के शिकंजे में युवा फंसते रहेंगे? एआई जनरेटेड फर्जी फोटो, व्हाट्सएप कॉल और ब्लैकमेलिंग अब आम हो चुकी है। इस तरह की घटनाओं से न सिर्फ परिवार टूटते हैं बल्कि समाज भी गहरे आघात में चला जाता है।

निष्कर्ष

गोरखपुर की 22 साल की इस लड़की ने अपनी जान देकर एक कड़वा सच उजागर किया है – साइबर ठग अब सिर्फ पैसे नहीं लूट रहे, बल्कि जिंदगी तक छीन रहे हैं। जरूरत है कि समाज और सरकार मिलकर ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं और लोगों को जागरूक करें।