लखनऊ में आयोजित बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की महारैली में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को एक बार फिर अपने तेवर दिखाए — लेकिन इस बार निशाना समाजवादी पार्टी पर था, जबकि योगी सरकार की उन्होंने तारीफ की।
रैली का आयोजन बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर किया गया था, जहां लाखों की भीड़ उमड़ी। मायावती ने इस मौके पर कहा कि कांशीराम का समर्पण और संघर्ष हमेशा याद रखा जाएगा।
🌹 मायावती बोलीं — “योगी सरकार की हम आभारी हैं”
रैली के दौरान मायावती ने कहा —
“हम वर्तमान राज्य सरकार यानी योगी सरकार के बहुत-बहुत आभारी हैं। इस स्थल को देखने आने वाले लोगों के टिकटों से जो पैसा इकट्ठा होता है, उसे सपा सरकार की तरह दबाया नहीं गया। बल्कि मौजूदा भाजपा सरकार ने इस स्थल की मरम्मत पर पूरा खर्च किया।”
उन्होंने आगे कहा कि जब बसपा की सरकार थी, तब इस “कांशीराम स्मारक स्थल” को मान्यवर के सम्मान में बनाया गया था। लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार आने पर इस स्थल के रखरखाव और मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
🔴 सपा पर तीखा हमला
मायावती ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा —
“सत्ता से बाहर होते ही समाजवादी पार्टी को बहुजन नायकों की याद आती है। जब सत्ता में रहते हैं, तो न तो आदर दिखाते हैं और न ही स्मारकों की सुध लेते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सपा हमेशा दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को “हवा-हवाई वादों” से गुमराह करती रही है।
आरक्षण और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी की नीतियों ने हमेशा इन वर्गों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया।
⚖️ कांग्रेस पर भी साधा निशानामायावती ने कांग्रेस पार्टी पर भी हमला करते हुए कहा कि उसके शासनकाल में भी आरक्षण और कानून-व्यवस्था को लेकर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया गया।
उन्होंने कहा —
“कांग्रेस और सपा दोनों ने ही आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के साथ अन्याय किया है। इन वर्गों को सिर्फ वोट बैंक समझा गया, लेकिन उनके उत्थान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।”
💬 कांशीराम को श्रद्धांजलि — रिकॉर्ड तोड़ भीड़
रैली में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर मायावती ने कहा —
“आज इस स्थल पर भीड़ के मामले में हमारे अपने ही पिछले सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। लाखों-लाखों लोग यहां कांशीराम जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे हैं। पार्टी इस प्रेम और समर्थन के लिए आप सभी की बहुत आभारी है।”
उन्होंने कहा कि यह भीड़ इस बात का प्रमाण है कि बसपा का जनाधार अब भी मजबूत है और दलित-पिछड़ा समाज आज भी बहनजी के साथ खड़ा है।
🧭 राजनीतिक संदेश स्पष्ट
इस रैली से मायावती ने दो बड़े संदेश दिए —
- सपा पर तीखा अटैक करके उन्होंने उत्तर प्रदेश की विपक्षी राजनीति में खुद को एक अलग धुरी के रूप में पेश किया।
- योगी सरकार की मर्यादित तारीफ कर उन्होंने संकेत दिया कि बसपा अब “कंफ्रंटेशन” से ज़्यादा “इश्यू बेस्ड” राजनीति पर ध्यान देगी।
