भारतीय बाजार में इस समय निवेशकों की नजर श्रृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र (Shringar House of Mangalsutra) के IPO पर है। कंपनी ज्वैलरी सेगमेंट में काम करती है और इसके क्लाइंट लिस्ट में कई बड़े ज्वैलरी ब्रांड्स शामिल हैं। यही वजह है कि एनालिस्ट्स इस आईपीओ को लेकर खासा उत्साहित नजर आ रहे हैं।
📌 IPO डिटेल्स
- ओपनिंग डेट: 10 सितंबर
- क्लोजिंग डेट: 12 सितंबर
- IPO साइज: (डिटेल्स पूरी तरह उपलब्ध नहीं, लेकिन सब्सक्रिप्शन डाटा अहम)
- यह आईपीओ निवेशकों के लिए शॉर्ट टर्म और लिस्टिंग गेन दोनों के लिहाज से आकर्षक माना जा रहा है।
📊 सब्सक्रिप्शन स्टेटस
पहले दिन से ही इस आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।
- कुल सब्सक्रिप्शन: 2.01 गुना
- रिटेल इन्वेस्टर्स: 2.84 गुना
- नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): 2.70 गुना
- QIBs (योग्य संस्थागत खरीदार): केवल 0.01 गुना (यानी संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी फिलहाल बहुत कम रही)
दूसरे दिन भी यही ट्रेंड रहा—रिटेल और HNI निवेशक तो तेजी दिखा रहे हैं लेकिन QIBs अब तक दूरी बनाए हुए हैं।
💡 एक्सपर्ट की राय
बाजार विशेषज्ञ अनिल सिंघवी का मानना है कि इस आईपीओ में पैसा लगाने का मौका है। उनकी नजर में, कंपनी के बिजनेस मॉडल और बड़े क्लाइंट्स इसकी ताकत हैं। हालांकि उन्होंने यह भी इशारा किया कि निवेशकों को QIBs की भागीदारी पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि संस्थागत निवेशकों की मजबूत मौजूदगी आईपीओ की लंबी अवधि की सफलता का संकेत होती है।
🏆 कंपनी की खासियत
- निश मार्केट: मंगलसूत्र और ज्वैलरी से जुड़ा कारोबार
- बड़े क्लाइंट्स: कई प्रमुख ज्वैलरी कंपनियां इसके ग्राहक
- विकास की संभावना: भारत में ज्वैलरी इंडस्ट्री लगातार विस्तार कर रही है, खासकर ऑर्गनाइज्ड रिटेल फॉर्मेट में
📈 निवेशकों के लिए मतलब
- अगर आप लिस्टिंग गेन (शॉर्ट टर्म मुनाफा) चाहते हैं तो यह IPO अच्छा मौका हो सकता है क्योंकि रिटेल और HNI की तरफ से मजबूत डिमांड आ रही है।
- लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह देखना जरूरी होगा कि कंपनी की ग्रोथ स्ट्रेटेजी कितनी मजबूत है और क्या QIBs की दिलचस्पी आगे बढ़ती है।
✅ निष्कर्ष: श्रृंगार हाउस ऑफ मंगलसूत्र का IPO रिटेल निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है। बड़ी ज्वैलरी कंपनियों का क्लाइंट बेस इसकी सबसे बड़ी ताकत है। हालांकि, संस्थागत निवेशकों की कमजोर भागीदारी एक चेतावनी संकेत भी है। ऐसे में निवेशकों को अपना फैसला लेने से पहले दोनों पहलुओं पर गौर करना चाहिए।