लखनऊ | विशेष रिपोर्ट
राजधानी लखनऊ में दहेज प्रताड़ना, मानसिक उत्पीड़न, जान से मारने की धमकी और जबरन वसूली से जुड़ा एक गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मानस नगर, कृष्णानगर क्षेत्र की रहने वाली विवाहिता प्राची वर्मा ने अपने पति तेजस्वी गौंड और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
दबाव में हुई शादी, दस्तावेजों के दुरुपयोग का आरोप
पीड़िता प्राची वर्मा के अनुसार, उसकी शादी तेजस्वी गौंड पुत्र कृपाण गौंड के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध, सामाजिक और मानसिक दबाव में कराई गई थी। प्राची ने आरोप लगाया कि शादी से पहले तेजस्वी गौंड ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसका और उसकी सहेली स्वाति का आधार कार्ड, फोटोग्राफ और अन्य जरूरी दस्तावेज अपने पास रख लिए थे।
बाद में इन दस्तावेजों का कथित रूप से दुरुपयोग कर फर्जी तरीके से कोर्ट मैरिज का प्रमाण पत्र बनवा लिया गया। इसी प्रमाण पत्र के आधार पर प्राची को बदनाम करने और सामाजिक दबाव बनाने की धमकियां दी गईं, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गई।
बदनामी के डर से कराई गई शादी
जब इस पूरे मामले की जानकारी प्राची ने अपनी मां को दी, तो परिवार समाज में बदनामी और लोकलाज के डर से सामने आ गया। पीड़िता की मां ने हालात से मजबूर होकर दोनों की विधिवत शादी करवाई और अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार दहेज भी दिया। शुरुआत में कुछ समय तक हालात सामान्य रहे, लेकिन जल्द ही उत्पीड़न का सिलसिला शुरू हो गया।
दहेज की मांग और लगातार उत्पीड़न
पीड़िता का आरोप है कि शादी के कुछ ही समय बाद पति तेजस्वी गौंड और ससुराल पक्ष द्वारा लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग की जाने लगी। मांग पूरी न होने पर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और कई बार शारीरिक हिंसा का भी सामना करना पड़ा। प्राची का कहना है कि उसे घर में अपमानित किया जाता था और धमकाया जाता था।
ब्लैकमेलिंग और हत्या की कोशिश का आरोप
प्राची वर्मा ने आरोप लगाया कि प्रताड़ना यहीं नहीं रुकी। उसे ब्लैकमेल करने और बदनाम करने की धमकियां दी जाती रहीं। पीड़िता के अनुसार, एक बार उस पर जहरनुमा दबाव बनाया गया और एक अन्य घटना में तकिए से उसका मुंह दबाकर जान से मारने की कोशिश की गई।
पीड़िता का दावा है कि वह किसी तरह इस खौफनाक घटना का वीडियो अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड करने में सफल रही, जो अब पुलिस जांच का अहम साक्ष्य हो सकता है।
पुलिस को दी गई सूचना, जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता का भाई मौके पर पहुंचा और तत्काल डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए साक्ष्यों की जांच की जा रही है। वीडियो रिकॉर्डिंग, मेडिकल रिपोर्ट और बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा जैसे मामलों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समय पर पुलिस और कानूनी हस्तक्षेप पीड़िताओं की जान बचा सकता है।
