पत्नी की बीमारी के चलते लिव-इन में रह रहे युवक की प्रेमिका ने की हत्या

भारत की साइबर सिटी कही जाने वाली गुरुग्राम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 40 वर्षीय विवाहित व्यक्ति की उसकी प्रेमिका ने चाकू घोंपकर हत्या कर दी। यह घटना न केवल रिश्तों की पेचीदगियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक बीमार वैवाहिक संबंध व्यक्ति को ऐसे मोड़ पर ले जा सकता है, जहां उसकी जान भी दांव पर लग सकती है।

📍 घटना का विवरण:

मृतक की पहचान हरीश के रूप में हुई है, जो गांव बलियावास फेज-1, गुरुग्राम का निवासी था। वह एक निजी कंपनी में कार्यरत था और दो बेटियों का पिता था। हरीश की पत्नी लंबे समय से गंभीर बीमारी से पीड़ित थी। घरेलू परिस्थितियां कठिन होने के कारण उसने पारिवारिक जीवन से अलग होकर एक महिला यसमीत कौर के साथ DLF फेज-3 क्षेत्र में किराए के मकान में लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया।

🔍 हत्या की रात क्या हुआ?

2 अगस्त को नारायण हॉस्पिटल से DLF फेज-3 थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया है। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पूछताछ की, तो महिला यसमीत ने शुरुआत में गोलमोल जवाब दिए। गहन पूछताछ में उसने कबूल किया कि गुस्से में आकर उसने चाकू से हरीश के सीने पर वार किया था।

💔 मूल वजहें: शक और मानसिक तनाव

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों के बीच पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था। यसमीत को शक था कि हरीश अब भी अपनी पत्नी और बच्चों से संपर्क में है। इसके अलावा, आर्थिक और भावनात्मक तनाव के कारण उनके रिश्ते में दरारें आने लगी थीं। अक्सर उनके बीच झगड़े होते थे।

घटना वाली रात भी दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद गुस्से में आकर यसमीत ने किचन से चाकू उठाकर हरीश के सीने में ताबड़तोड़ वार कर दिया। हरीश गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा और जब तक उसे अस्पताल ले जाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

🚨 पुलिस की कार्रवाई और केस की स्थिति:

  • आरोपी महिला यसमीत कौर को हत्या के आरोप में IPC की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
  • हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है और घटनास्थल को सील कर फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है।
  • पुलिस अब मृतक की पत्नी और परिवार से भी पूछताछ कर रही है ताकि पारिवारिक पृष्ठभूमि और संबंधों के तनाव को बेहतर तरीके से समझा जा सके।

📢 सामाजिक संदेश और चेतावनी:

यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक सामाजिक और मानसिक त्रासदी का परिणाम है। जब रिश्तों में संवाद की कमी हो, जब एक व्यक्ति अकेलेपन से जूझ रहा हो और भावनात्मक सहारा गलत जगह खोजे, तब परिणाम बहुत खतरनाक हो सकते हैं।

  • बीमार पत्नी से अलग होने का दर्द
  • बच्चों से दूरी
  • नई महिला के साथ अस्थिर रिश्ता
  • आर्थिक और मानसिक दबाव

इन सभी ने मिलकर एक ऐसी परिस्थिति बनाई, जिसमें एक इंसान की जान चली गई और दूसरा जेल पहुंच गया।