कालकाजी हादसे पर आतिशी का निशाना — “प्रवेश वर्मा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें”

दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को हुई मूसलाधार बारिश ने राजधानी की बदहाल व्यवस्था को उजागर कर दिया। तेज बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए, जिससे आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जलभराव की समस्या ने सड़कों को तालाब में बदल दिया और यातायात घंटों ठप रहा। इसी बीच, कालकाजी में एक दर्दनाक हादसा हुआ—बारिश के दौरान एक पेड़ अचानक सड़क पर गिर पड़ा और उसकी चपेट में एक बाइक सवार पिता-बेटी आ गए। हादसे में पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटी गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।

इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को हिला दिया बल्कि दिल्ली की राजनीति में भी हलचल मचा दी। कालकाजी से विधायक और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने इस हादसे को “प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि प्रशासनिक नाकामी” बताया। उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें बारिश के दौरान बढ़ते हादसों और मौतों के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

आतिशी ने अपनी चिट्ठी में कहा,

“यह कोई अलग-थलग घटना नहीं है। जबसे आपकी सरकार सत्ता में आई है, बारिश के दौरान लापरवाही के कारण दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। यह शर्मनाक है कि दिल्ली में लोग सुरक्षित नहीं हैं।”

उन्होंने हाल के दिनों में हुई घटनाओं का भी जिक्र किया—

  • 9 अगस्त (रक्षाबंधन के दिन): खेड़ा खुर्द में खुले सीवर में गिरने से ढाई साल के बच्चे की मौत, और जैतपुर में दीवार गिरने से 8 लोगों की जान गई।
  • 30 जुलाई: सहगल कॉलोनी में बाउंड्री वॉल गिरने से मां-बेटे की मौत और दो मजदूर घायल।

आतिशी ने कहा कि पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) राजधानी की बुनियादी सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रहा है और यह सीधी जिम्मेदारी विभाग के मंत्री प्रवेश वर्मा की है। उन्होंने मांग की कि मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत बर्खास्त किया जाए।

इस पूरे घटनाक्रम ने विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच टकराव को और तेज कर दिया है। जबकि बीजेपी की ओर से अभी तक इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी दिल्ली सरकार की “लापरवाही” पर सवाल उठाए हैं।