नवादा में राहुल-तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा में हादसा: पुलिसकर्मी घायल, ड्राइवर पर FIR

बिहार की राजनीति इन दिनों कांग्रेस और आरजेडी की संयुक्त ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के कारण सुर्खियों में है। इसी यात्रा के दौरान मंगलवार को नवादा में एक अप्रिय घटना हो गई, जिसने सियासी माहौल को और गर्मा दिया है।

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा में एक ही काले रंग की थार गाड़ी में सफर कर रहे थे। भीड़-भाड़ और अफरातफरी के बीच यह गाड़ी अचानक पुलिसकर्मी से टकरा गई और उसके पैर पर चढ़ गई। हादसे में नवादा सदर एसडीपीओ-1 के बॉडीगार्ड महेश कुमार घायल हो गए।

🛑 घटना कैसे हुई?

पुलिसकर्मी महेश कुमार के अनुसार:

  • मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे वे भगत सिंह चौक पर कानून-व्यवस्था संभालने की ड्यूटी पर थे।
  • जैसे ही राहुल गांधी का कार्यक्रम समाप्त हुआ, भारी भीड़ आगे बढ़ने लगी।
  • धक्का-मुक्की के कारण महेश कुमार गिर पड़े।
  • उसी दौरान राहुल-तेजस्वी की थार गाड़ी आगे बढ़ी और उसका टायर उनके पैर पर चढ़ गया।
  • इस हादसे में उनका बायां पैर बुरी तरह जख्मी हो गया और फ्रैक्चर भी हो गया।

📝 FIR दर्ज

घटना के बाद घायल पुलिसकर्मी महेश कुमार ने नवादा नगर थाने में लिखित शिकायत दी। इसके आधार पर थार गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि ड्राइवर पर आगे और कौन-कौन सी धाराएं लगाई जाएंगी।

⚖️ कानूनी पहलू

इस मामले में एफआईआर दर्ज होना केवल तकनीकी औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसके राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।

  • पुलिसकर्मी सरकारी ड्यूटी पर था, इसलिए केस गंभीर माना जाएगा।
  • अगर जांच में लापरवाही साबित हुई तो ड्राइवर पर गंभीर धाराएं लग सकती हैं।
  • साथ ही, यह सवाल भी उठ सकता है कि इतनी भीड़ और सुरक्षा के बीच यह हादसा कैसे हुआ?

🗳️ राजनीतिक महत्व

‘वोटर अधिकार यात्रा’ कांग्रेस और आरजेडी की एक बड़ी राजनीतिक मुहिम है। यह यात्रा चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट रिवीजन प्रक्रिया (SIR) के खिलाफ निकाली जा रही है।

  • 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई यह यात्रा औरंगाबाद, गया होते हुए नवादा पहुँची।
  • बुधवार को यात्रा का ब्रेक रहा, जबकि शुक्रवार को शेखपुरा से इसका अगला चरण शुरू होगा।

यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब कांग्रेस और आरजेडी मिलकर भाजपा पर सीधा हमला बोल रही हैं। विपक्ष अब इस घटना को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन पर भी सवाल उठा सकता है।