ट्रंप की सख्त मांग: चीन और भारत पर 100% टैरिफ क्यों लगाना चाहते हैं अमेरिका और EU?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यूरोपियन यूनियन (EU) से अपील की है कि चीन और भारत पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाए। ट्रंप का तर्क है कि इस कदम से रूस की कमर टूट जाएगी और यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का दबाव बढ़ेगा।

🔎 ट्रंप की दलील

  • ट्रंप का मानना है कि भारत और चीन रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदार हैं।
  • इन देशों से आने वाले पैसों से रूस की अर्थव्यवस्था चल रही है और यही कारण है कि रूस लगातार यूक्रेन में अपनी स्थिति मजबूत कर पा रहा है।
  • अगर भारत और चीन पर 100% टैरिफ लगाया गया तो उनके लिए रूस से तेल खरीदना और व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा, जिससे रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा।

📌 बातचीत में क्या हुआ?

  • ट्रंप ने कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए EU के अधिकारियों को यह सुझाव दिया।
  • EU का एक प्रतिनिधिमंडल इन दिनों वाशिंगटन में मौजूद है। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने सैंक्शन और टैरिफ दोनों पर चर्चा की।
  • EU अधिकारियों के मुताबिक, अगर EU भारत और चीन पर यह टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी ऐसा ही करेगा।

⚖️ असर क्या होगा?

  • यह कदम भारत और चीन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि दोनों देशों की अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर निर्भर है।
  • भारत के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि वह रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदकर अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी करता है।
  • चीन भी रूस से ऊर्जा आयात पर भारी निर्भर है।
  • वहीं, EU और अमेरिका का मानना है कि इससे रूस की तेल बिक्री घटेगी और उसकी अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा।

👉 ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों का धैर्य कम होता दिख रहा है और वे रूस पर नए-नए तरीकों से दबाव डालना चाहते हैं।