📌 सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ उछाल – पूरी कहानी
दिल्ली और देशभर के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमतों में सुनामी आ गई। महज एक दिन में सोना 5,080 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा होकर ₹1,12,750 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह सोने का अब तक का सबसे ऊंचा दाम है।
🟡 इतनी तेजी क्यों आई?
- वैश्विक रुझान (Global Trend):
दुनिया भर में निवेशक अब सोने को “Safe Haven” यानी सुरक्षित निवेश मान रहे हैं। अमेरिका और यूरोप में आर्थिक सुस्ती, डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती की अटकलों ने सोने को आकर्षक बना दिया है। - केंद्रीय बैंकों की खरीद (Central Bank Demand):
कई देशों के सेंट्रल बैंक लगातार सोना खरीद रहे हैं ताकि अपनी अर्थव्यवस्था और रिजर्व मजबूत रख सकें। इससे बाजार में सोने की मांग और बढ़ गई है। - कमजोर डॉलर (Weak Dollar):
डॉलर इंडेक्स गिरकर 97.29 पर आ गया है। जब डॉलर कमजोर होता है तो सोने की कीमतें तेजी से ऊपर जाती हैं। - भू-राजनीतिक तनाव (Geo-Political Tension):
रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन-अमेरिका टकराव और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका ने भी सोने को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है।
📊 सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी भी उछली
सोने के साथ-साथ चांदी में भी जबरदस्त तेजी आई है।
- चांदी 2,800 रुपये बढ़कर ₹1,28,800 प्रति किलो पर पहुंच गई।
- सोमवार को यह ₹1,26,000 प्रति किलो पर बंद हुई थी।
📅 सालभर का सफर (2024–2025)
- 31 दिसंबर 2024 को: सोना ₹78,950 प्रति 10 ग्राम था।
- आज (सितंबर 2025): सोना ₹1,12,750 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
👉 यानी सिर्फ 9 महीनों में ही 43% की जबरदस्त बढ़ोतरी।
💬 क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
- एचडीएफसी सिक्योरिटीज: “केंद्रीय बैंकों की खरीद और ब्याज दर कटौती की उम्मीद ने इस तेजी को हवा दी।”
- ट्रेडजिनी (ब्रोकर फर्म): “वैश्विक स्तर पर सोना $3,659/औंस तक पहुंच गया है और नए रिकॉर्ड बना रहा है।”
- कोटक सिक्योरिटीज: “अब बाजार की नजर अमेरिका के महंगाई के आंकड़ों पर है। अगर ब्याज दरें घटती हैं तो सोने में और तेजी आ सकती है।”
🛑 निवेशकों के लिए क्या मायने?
- सोने में निवेश करने वालों के लिए यह सुनहरा मौका है क्योंकि रिटर्न जबरदस्त रहे हैं।
- लेकिन एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे हैं कि इतनी तेजी के बाद कुछ मुनाफावसूली (Profit Booking) भी हो सकती है।
- लॉन्ग टर्म में सोना सुरक्षित निवेश माना जा रहा है।
निष्कर्ष:
सोने की कीमतों में यह उछाल सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में देखा जा रहा है। आर्थिक अनिश्चितता और कमजोर डॉलर ने सोने को “King of Investments” बना दिया है।