कानपुर में दहेज प्रताड़ना का भयावह मामला: शादीशुदा महिला को सांप से डसवाया, ससुराल वाले तमाशा देखते रहे

कानपुर के कर्नलगंज इलाके से एक भयंकर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें विवाहिता रेशमा को उसके ससुराल पक्ष ने दहेज की मांग पूरी न होने के बहाने जानलेवा प्रताड़ना का शिकार बनाया। आरोप है कि शादी के बाद ससुराल वाले लगातार दहेज की मांग कर रहे थे और जब अतिरिक्त मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने रेशमा को कमरे में बंद कर सांप छोड़ दिया।

शादी और दहेज का तनाव

  • रेशमा का विवाह 19 मार्च 2021 को शहनवाज से हुआ।
  • शादी के तुरंत बाद ही दहेज के लिए दबाव शुरू हो गया।
  • मायके वालों ने पहले 1.5 लाख रुपये दिए, लेकिन 5 लाख रुपये अतिरिक्त की मांग पूरी न होने पर विवाद बढ़ गया।
  • यह घटना आज भी दहेज प्रथा के खतरनाक स्वरूप को उजागर करती है।

 जानलेवा साजिश

  • 18 सितंबर को रेशमा को पुराने कमरे में बंद किया गया और नाली से सांप छोड़ दिया गया।
  • सांप ने उसके पैर को काट लिया।
  • महिला दर्द में चीखती रही, लेकिन घर के लोग बाहर खड़े होकर तमाशा देखते रहे।
  • गनीमत रही कि रेशमा ने मोबाइल से अपनी बहन रिजवाना को फोन किया, जो समय पर पहुंची और उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया।

 कानूनी कार्रवाई

  • रिजवाना की शिकायत पर पति शहनवाज, उसके माता-पिता, जेठ और ननद सहित सात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के प्रयास समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई।
  • पुलिस ने बताया कि दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

 सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण

  • यह मामला महिलाओं की सुरक्षा और दहेज प्रथा के खतरों पर सख्त चेतावनी देता है।
  • दिखाता है कि अगर परिवार या आसपास के लोग समय पर मदद न करें, तो महिलाएं संसार में अकेली और असुरक्षित महसूस कर सकती हैं।
  • कानून और समाज का दायित्व है कि ऐसी घटनाओं को रोकने और महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए सख्त कदम उठाए जाएँ।

निष्कर्ष

यह घटना सिर्फ कानपुर का मामला नहीं, बल्कि पूरे देश में दहेज और घरेलू प्रताड़ना के खतरों का आईना है। इसे रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता, कानून की सख्ती और परिवारिक समर्थन अत्यंत आवश्यक है।

अगर चाहो तो मैं इसे और भी संवेदनशील और जागरूकता केंद्रित रिपोर्ट में बदल कर लिख सकता हूँ, ताकि इसे पढ़ने वाले लोगों में सावधानी और चेतना पैदा हो

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