घटना का सारांश
- क्या हुआ? एक 30 वर्षीय महिला ने अपनी 10 साल की बेटी को पैसे के लालच में 70 वर्षीय एनआरआई (लंदन निवासी फारूक अल्लाउद्दीन शेख) के पास भेज दिया। शेख ने न केवल लड़की का यौन शोषण किया, बल्कि उसे जबरन शराब भी पिलाई। मां ने इसके बदले 2.5 लाख रुपये एकमुश्त और मासिक भुगतान लिया।
- पुलिस कार्रवाई: नवी मुंबई पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) को 30 अक्टूबर को सीनियर इंस्पेक्टर पृथ्वीराज घोरपड़े को टिप मिली। तलोजा फेज 2 में छापेमारी कर लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया। मां और शेख दोनों को गिरफ्तार किया गया।
- कानूनी कार्रवाई: दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), POCSO एक्ट (बाल यौन शोषण संरक्षण अधिनियम) और ITMPA (अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम) के तहत केस दर्ज। दोनों को 4 नवंबर 2025 तक पुलिस हिरासत में भेजा गया। जांच जारी है, ताकि रैकेट से जुड़े अन्य लोग पकड़े जा सकें।
ताजा अपडेट्स (2 नवंबर 2025 तक)
- पुलिस जांच में यह सामने आया कि शेख को लड़की की उम्र के बारे में पूरी जानकारी थी, फिर भी उसने अपराध किया। लड़की को अब सुरक्षित जगह पर रखा गया है और काउंसलिंग दी जा रही है।
- कोई नया मोड़ नहीं आया है, लेकिन पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों की तलाश कर रही है। X (पूर्व ट्विटर) पर इसकी चर्चा सीमित है, ज्यादातर हिंदी न्यूज चैनलों पर ही फोकस रहा।
संबंधित आंकड़े और संदर्भ
भारत में बाल तस्करी और शोषण के मामले बढ़ रहे हैं। NCRB के अनुसार, 2024 में POCSO के तहत 60,000+ केस दर्ज हुए, जिनमें से 40% नाबालिग लड़कियों से जुड़े थे। यह घटना ठाणे जैसे शहरी इलाकों में छिपे रैकेट्स की भयावहता दिखाती है।
| पहलू | विवरण |
|---|---|
| पीड़िता | 10 साल की लड़की, खारघर (कमर्शियल) निवासी |
| मुख्य आरोपी | 70 वर्षीय फारूक अल्लाउद्दीन शेख (NRI, लंदन), 30 वर्षीय मां |
| स्थान | तलोजा फेज 2, नवी मुंबई |
| भुगतान | 2.5 लाख रुपये + मासिक पेमेंट |
| पुलिस स्टेशन | तलोजा पुलिस स्टेशन, AHTU नवी मुंबई |
