उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। यहां क्लास 6 की छात्रा मानवी सिंह (उम्र 11 साल) की मौत बाथरूम में नहाते समय हो गई। हादसे के वक्त घरवालों को कुछ पता नहीं चला, लेकिन जब बच्ची लंबे समय तक बाहर नहीं आई तो परिवार की चिंता बढ़ गई।
🛁 बाथरूम में नहाने गई, फिर नहीं लौटी बाहर
घटना रविवार सुबह की बताई जा रही है। मानवी रोज़ की तरह नहाने के लिए बाथरूम में गई थी। लेकिन करीब एक घंटे तक जब वह बाहर नहीं आई तो परिजनों को अनहोनी का शक हुआ। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
आखिरकार पिता और पड़ोसियों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का नज़ारा देखकर सबके होश उड़ गए। मानवी बाथरूम के फर्श पर बेहोश पड़ी थी और गैस गीजर चालू था।
⚠️ गैस गीजर बना मौत का कारण
परिजनों ने तुरंत मानवी को अस्पताल ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच में पता चला कि बाथरूम में लगा गैस गीजर ऑक्सीजन खत्म कर रहा था, जिससे कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई और मानवी का दम घुट गया।
डॉक्टरों ने बताया कि इस तरह के हादसे ठंड के मौसम में अक्सर होते हैं, जब लोग बंद कमरे में गीजर चलाकर नहाते हैं और हवा का कोई रास्ता नहीं होता।
🎂 जन्मदिन के अगले दिन हुई मौत
सबसे दर्दनाक बात यह है कि मानवी ने शनिवार को ही अपना 11वां जन्मदिन मनाया था। घर में अभी मिठाइयों की खुशबू बाकी थी, लेकिन अगले ही दिन वही घर शोक में डूब गया।
पड़ोसियों के मुताबिक, मानवी एक होशियार और चुलबुली बच्ची थी, जो अपने स्कूल में पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती थी।
🏠 मौके पर पहुंची पुलिस
सूचना मिलते ही क्वार्सी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में पुष्टि की है कि यह मामला गैस गीजर से दम घुटने का है।
पुलिस ने परिजनों को सलाह दी है कि ऐसे उपकरणों को बंद जगह पर इस्तेमाल न करें।
⚠️ विशेषज्ञों की सलाह
गैस गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड “साइलेंट किलर” कही जाती है क्योंकि यह गंधहीन और रंगहीन गैस होती है, जो शरीर में ऑक्सीजन की कमी कर देती है।
विशेषज्ञों के अनुसार —
- बाथरूम में एग्जॉस्ट फैन या खिड़की खुली रखनी चाहिए।
- कभी भी गीजर को बंद कमरे में लंबे समय तक चालू न रखें।
- गैस गीजर के सर्विस और वेंटिलेशन पाइप नियमित रूप से चेक कराएं।
💔 निष्कर्ष
एक छोटी सी लापरवाही ने अलीगढ़ के एक परिवार से उनकी मासूम बेटी छीन ली।
मानवी की मौत ने यह कड़वी सच्चाई फिर उजागर की है कि गैस गीजर का गलत इस्तेमाल कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकता है।
