भारत पाक-जंग के बीच कट गई बिजली तो भी चलेगा पंखा- लाइट, जाने कैसे

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए लोग काफी टेंशन में हैं. कई लोग खाने-पीने का सोच रहे हैं तो कुछ इलेक्ट्रिसिटी की चिंता सता रही है. यहां जानें कि अगर जंग के हालातों में इलेक्ट्रिसिटी कट जाती है तो घर के पंखे-लाइट कैसे चलेंगे. बिना लाइट के कैसे हवा और रोशनी मिलेगी.

आज के समय में इलेक्ट्रिसिटी हमारी जिदगी का जरूरी हिस्सा बन चुकी है. बिना इलेक्ट्रिसिटी के ना पंखा चलता है, ना लाइट, ना ही मोबाइल चार्ज होता है. लेकिन अगर भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसी कोई बड़ी स्थिति बनती है, तो सबसे पहला असर बिजली और इंटरनेट पर पड़ सकता है. ऐसी सिचुएशन में अगर बिजली गुल हो जाए, तो आम लोग सबसे ज्यादा परेशान होते हैं. लेकिन अगर पहले से सोलर पैनल लगवा लेंगे तो आपको किसी भी संकट में अंधेरे में नहीं बैठना पड़ेगा.

सोलर पैनल क्या है?
सोलर पैनल एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो सूरज की रोशनी को इलेक्ट्रिसिटी में बदल देती है. ये बिना किसी तार, जनरेटर या डीजल के काम करता है. सिर्फ धूप की जरूरत होती है और फिर आप उसका इस्तेमाल पंखा, बल्ब, टीवी, मोबाइल चार्जिंग और यहां तक कि कुछ होम अप्लायंसेज चलाने के लिए कर सकते हैं.

जंग के दौरान कैसे मदद करेगा सोलर पैनल?
अगर युद्ध जैसी सिचुएशन बनती है तो सरकार कई इलाकों की बिजली काट सकती है या पावर सप्लाई इफेक्ट हो सकती है. ऐसे समय में सोलर पैनल आपका सबसे बड़ा सहारा बन सकता है.

इसके जरिए बिना इलेक्ट्रिसिटी के भी पंखा और लाइट चलेगी. मोबाइल चार्ज और इंटरनेट राउटर भी चल सकता है. फ्रिज और कुछ छोटे डिवाइस कुछ घंटों तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं. सोलर पैनल की मदद से बच्चों की पढ़ाई और बुजुर्गों की सुविधा बनी रहेगी.

क्या होता है खर्च?
सोलर पैनल सिस्टम का खर्च उसकी कैपेसिटी पर डिपेंड करता है. एक छोटे घर के लिए 1ज्ञॅ का सिस्टम करीब 45,000 से 80,000 रुपये में लग जाता है. इसमें आपको बैटरी, इन्वर्टर और इंस्टॉलेशन भी मिल जाता है. सरकार कई बार सब्सिडी भी देती है जिससे ये और सस्ता हो जाता है.

सोलर पैनल लगवाने के फायदे
इससे इलेक्ट्रिसिटी बिल भी बचेगा. पर्यावरण को नुकसान नहीं होता है. किसी भी संकट में आप दूसरों पर कम डिपेंड रहते हैं. ये एक बार लगावने के बाद आपको बार-बार इसे बदलवाने या ज्यादा कुछ खर्च करना नहीं पड़ेगा. इसकी मेंटेनेंस भी कम है.