दिल्ली में पुरानी गाड़ियों पर बैन और विधवा पेंशन जैसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला है। आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार दिल्ली के मिडिल क्लास परिवारों को लगातार निशाना बना रही है, और अब उनका नया निशाना हैं 10 साल पुरानी गाड़ियां।
“बिजली, पानी के बाद अब गाड़ी” — मिडिल क्लास पर निशाना?
आतिशी ने कहा:“बीजेपी सरकार ने 6 महीने में दिल्ली की मिडिल क्लास को परेशान करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। पहले बिजली, फिर पानी, और अब गाड़ी। बिना यह देखे कि गाड़ी की हालत क्या है, उन्होंने 10 साल पुरानी गाड़ियों पर बैन लगा दिया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली बीजेपी ने जनता के विरोध के बावजूद CAQM (Commission for Air Quality Management) को एक “फर्जी लेटर” भेजा और अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रही है।
“कोर्ट जाएंगे, फिर कहेंगे कोर्ट का आदेश है” — आतिशी का तंज
AAP नेता ने BJP की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी कोर्ट का नाम लेकर जनता को भ्रमित कर रही है।“पहले कोर्ट जाएंगे, फिर केस खारिज होगा, और फिर जनता से कहेंगे कि कोर्ट का आदेश है। ये सरासर धोखा है।”
“10 साल पुरानी गाड़ियों पर नया कानून लाएं” — विपक्ष देगा समर्थन
आतिशी ने बीजेपी से आर्डिनेंस या विधेयक लाने की मांग की ताकि 10 साल पुरानी गाड़ियों को लेकर कोई स्थायी और व्यावहारिक समाधान निकल सके। “विपक्ष सहयोग देगा, लेकिन जनता को सड़कों से हटाने का तुगलकी फरमान अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
दिल्ली में गाड़ियों को लेकर क्या है फैसला?
1 जुलाई 2025 से, दिल्ली सरकार ने योजना बनाई थी कि 10 साल से पुरानी डीजल और 15 साल से पुरानी पेट्रोल/CNG गाड़ियों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं मिलेगा।
दिल्ली में 55-62 लाख पुराने वाहन बताए जाते हैं, जो वायु प्रदूषण के बड़े स्रोत हैं।
लेकिन इस योजना को लागू करने में तकनीकी समस्याएं (ANPR कैमरों की खराबी, डेटा समन्वय की कमी) सामने आईं।
इसलिए सरकार ने इसे 3 जुलाई 2025 को वापस ले लिया, और अब इसे 1 नवंबर 2025 तक स्थगित कर दिया गया है।
विधवा पेंशन घोटाले पर गंभीर आरोप
इस मुद्दे पर आतिशी ने कहा: “BJP ने पहले ही 25,000 विधवाओं की पेंशन काट दी। अब वो योजना बना रहे हैं कि 60,000 और महिलाओं की पेंशन बंद कर दी जाए। ये महिलाएं बेहद असहाय हैं, जिनके पास रिक्शा का किराया भी नहीं होता। भाजपा गरीब विरोधी पार्टी बन चुकी है।”
क्या कहती है जनता?
पुरानी गाड़ियों के मालिकों का कहना है कि “सिर्फ उम्र देखकर गाड़ी को सड़कों से हटाना तर्कसंगत नहीं। कई गाड़ियां अब भी अच्छी स्थिति में हैं। सरकार को फिटनेस टेस्ट के आधार पर निर्णय लेना चाहिए।”
📢 क्या अब दिल्ली की हवा के साथ-साथ सियासत भी गरमाएगी?
सवाल उठता है कि क्या AAP और BJP के बीच यह टकराव आने वाले चुनावों की आहट है, या मिडिल क्लास को साधने की होड़?