एक पढ़ी-लिखी, आत्मनिर्भर और कॉर्पोरेट सेक्टर में कार्यरत युवती कैसे एक संगठित धर्मांतरण गिरोह का शिकार बन गई, इसका चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नोएडा के एक प्रतिष्ठित न्यूज चैनल में एचआर पद पर कार्यरत युवती वर्ष 2015 से लापता है, और अब छह साल बाद परिजनों की गुहार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
भाई का आरोप: बदर सिद्दीकी के संपर्क में आकर धर्मांतरण, फिर निकाह
मेरठ के सिविल लाइन क्षेत्र निवासी युवती के भाई का आरोप है कि उसकी बहन बदर अख्तर सिद्दीकी के संपर्क में आई और वही उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। बदर ने पहले खुद को जिम ट्रेनर बताया और फिर प्रेमजाल में फंसाकर निकाह किया। परिजनों का कहना है कि बदर ने युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और शादी के बाद लगातार मारपीट करता रहा।
2019 में हुई थी मारपीट, भेजे गए थे ज़ख्मी हालत में फोटो
मई 2019 में युवती ने अपनी मां को फोन कर बदर द्वारा की गई मारपीट की जानकारी दी थी। उसने सिर पर कांच की बोतल से हमले की बात कही और ज़ख्मी हालत में अपनी तस्वीरें व्हाट्सएप पर भेजीं। इसके बाद युवती ने घर आकर किश्तों में लिए गए मोबाइल और LED टीवी के मामले में उत्पीड़न की बात बताई थी।
पहले नहीं दर्ज हुआ था मुकदमा, अब फिर जगी उम्मीद
परिजनों का आरोप है कि 2019 में थाना सिविल लाइन के तत्कालीन इंस्पेक्टर ने उनकी शिकायत पर FIR दर्ज नहीं की, जिससे परिवार हताश हो गया। लेकिन अब युवती के भाई और अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही के साथ परिजनों ने एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया, जिसके बाद एसएसपी विपिन ताडा के आदेश पर केस दर्ज किया गया।
बदर और उसके पिता महमूद अख्तर पर गंभीर धाराओं में मुकदमा
छांगुर बाबा गिरोह से जुड़े बताए जा रहे बदर अख्तर सिद्दीकी और उनके पिता महमूद अख्तर पर अपहरण, धर्मांतरण और जानलेवा हमले जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों की तलाश तेज कर दी है।
लड़की के भाई के बड़े खुलासे
- युवती के भाई के अनुसार:
- 2009 में कॉल सेंटर में काम करते समय बहन की मुलाकात बदर से हुई।
- 2015 में नोएडा के मीडिया ग्रुप में HR बन चुकी थी बहन।
- LIC पॉलिसी कराने के बहाने परिवार की जानकारी लिए गए दस्तावेज़।
- बदर द्वारा नोएडा से अगवा कर किया गया निकाह और धर्मांतरण।
- लड़के ने बार-बार धमकियां दीं, मारपीट की, और फिर बहन को गायब कर दिया।