📍भीलवाड़ा, राजस्थान से बड़ी खबर
राजस्थान के भीलवाड़ा में शुक्रवार को SDM और पेट्रोल पंप कर्मचारियों के बीच जमकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि थप्पड़बाज़ी तक हो गई और आखिरकार पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
🕵️♂️ क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर भीलवाड़ा के एक पेट्रोल पंप पर SDM साहब अपनी गाड़ी में CNG भरवाने पहुंचे। उसी वक्त एक दूसरी गाड़ी पहले से लाइन में लगी थी।
SDM ने पंप कर्मचारी से कहा —
“पहले दूसरे की गाड़ी में CNG कैसे डाल दी? मैं पहले आया था!”
इतना कहने पर पंप कर्मचारी ने जवाब देने की कोशिश की, लेकिन बात बढ़ गई। गुस्से में आकर SDM ने कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया।
😡 कर्मचारी ने भी दिया जवाब, फिर मच गया हंगामा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, SDM के थप्पड़ मारते ही
पंप कर्मचारी ने भी पलटकर SDM को थप्पड़ मार दिया।
इसके बाद दोनों पक्षों में जोरदार बहस हुई, और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
कर्मचारियों ने SDM के व्यवहार का विरोध करते हुए
“न्याय चाहिए” के नारे लगाने शुरू कर दिए।
कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया।
👮♂️ तीन पेट्रोल पंप कर्मचारी गिरफ्तार
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीन पेट्रोल पंप कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया।
थाने में दोनों पक्षों की ओर से बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
भीलवाड़ा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) ने बताया —
“SDM और पंप कर्मचारियों के बीच हाथापाई की घटना हुई है।
तीन लोगों को प्रारंभिक तौर पर हिरासत में लिया गया है,
मामले की जांच जारी है।”
🧾 प्रशासन में हड़कंप
घटना के बाद प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि SDM स्तर के अधिकारी द्वारा इस तरह की सार्वजनिक झड़प अनुशासनहीनता मानी जाएगी,
और मामले की रिपोर्ट डिविजनल कलेक्टर को भेजी गई है।
📹 वीडियो वायरल होने के बाद उठे सवाल
घटना का एक छोटा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है,
जिसमें SDM और कर्मचारी के बीच झड़प दिख रही है।
लोगों ने सवाल उठाए हैं कि
“क्या किसी सरकारी अधिकारी को इस तरह हाथ उठाने का अधिकार है?”
वहीं कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि
“कर्मचारी द्वारा SDM पर हाथ उठाना भी अनुचित था।”
दोनों पक्षों के समर्थन में सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
⚖️ अब आगे क्या?
पुलिस सूत्रों के अनुसार,
- CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।
- दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
- SDM ने मामले की लिखित शिकायत दी है, जबकि
- पेट्रोल पंप मालिक ने भी अपने कर्मचारियों के समर्थन में शिकायत दर्ज कराई है।
मामले की जांच के बाद ही तय होगा कि पहले हाथ किसने उठाया और किसकी गलती ज्यादा थी।
📰 निष्कर्ष
भीलवाड़ा की यह घटना सिर्फ एक थप्पड़ का मामला नहीं,
बल्कि सत्ता और सेवा भावना के बीच टकराव की झलक है।
एक ओर प्रशासनिक पद का गरिमा सवालों में है,
तो दूसरी ओर आम कर्मचारियों की गरिमा भी चर्चा का विषय बन गई है।
