कर्नाटक की राजनीति और न्याय व्यवस्था के इतिहास में एक बड़ा मोड़ सामने आया है, जहां पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के एक गंभीर मामले में विशेष अदालत ने दोषी करार दे दिया है। यह फैसला बेंगलुरु स्थित विशेष अदालत ने सुनाया, जो निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए गठित की गई है।
📌 क्या है पूरा मामला?
यह मामला हासन संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ एक घरेलू सहायिका द्वारा दर्ज कराई गई बलात्कार की शिकायत पर आधारित है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि रेवन्ना ने दो बार उसके साथ बलात्कार किया। इस जघन्य अपराध के सबूत के तौर पर पीड़िता ने घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, और उसने घटना के समय पहनी गई साड़ी को साक्ष्य के रूप में सुरक्षित रखा।
जांच के दौरान जब इस साड़ी की फॉरेंसिक जांच हुई तो उस पर स्पर्म के निशान पाए गए, जिससे मामला और मजबूत हो गया। अदालत में यह साड़ी एक निर्णायक सबूत के रूप में पेश की गई और यह साबित करने में मददगार रही कि अपराध हुआ था।
🧾 कानूनी कार्यवाही और जांच
- मामला मैसूरु के केआर नगर क्षेत्र में CID साइबर क्राइम थाना में दर्ज हुआ था।
- CID की विशेष जांच टीम (SIT) ने इस मामले की गहनता से जांच की।
- जांच में 2000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई जिसमें 123 महत्वपूर्ण सबूत शामिल थे।
- 31 दिसंबर 2024 को ट्रायल शुरू हुआ और 23 गवाहों की गवाही दर्ज की गई।
- अदालत ने वीडियो क्लिप्स, घटनास्थल का निरीक्षण, और फॉरेंसिक रिपोर्ट का गहन अध्ययन किया।
सिर्फ 7 महीनों में ट्रायल पूरा हुआ — यह हमारे न्याय तंत्र में तेज और निष्पक्ष सुनवाई की एक मिसाल मानी जा सकती है।
💔 कोर्ट में भावुक हुए रेवन्ना
जब विशेष न्यायाधीश संतोष गजानन भट्ट ने प्रज्वल रेवन्ना को बलात्कार के मामले में दोषी घोषित किया, तो वह अदालत में फूट-फूटकर रोने लगे। उनके चेहरे पर पछतावा और आघात साफ झलक रहा था। कोर्ट से बाहर निकलते समय भी उनकी आंखों में आंसू थे।
⚖️ आगे की कार्यवाही
अदालत ने सजा की अवधि (Quantum of Sentence) पर फैसला 2 अगस्त को सुनाने की बात कही है। IPC और IT एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी ठहराए गए रेवन्ना को लंबी सजा का सामना करना पड़ सकता है।
🔍 समाज के लिए क्या संकेत देता है यह मामला?
- न्याय तंत्र पर विश्वास – इतने बड़े राजनीतिक परिवार से जुड़े व्यक्ति को कानून के शिकंजे में लाना दिखाता है कि न्याय सबके लिए समान है।
- सबूत की ताकत – पीड़िता की साड़ी और वीडियो जैसे सबूत किसी भी केस में कितना महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं, इसका उदाहरण है यह केस।
- तेज न्यायिक प्रक्रिया की आवश्यकता – यह मामला दर्शाता है कि कैसे मजबूत इच्छाशक्ति और ईमानदार जांच से महीनों में न्याय मिल सकता है।