हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र के जलाला भटपुरा गांव में रक्षाबंधन के अगले दिन एक दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। मंगलवार सुबह गांव के ही रहने वाले 8 वर्षीय रूपेश पुत्र राजेंद्र और उसकी चचेरी बहन 10 वर्षीय गुड़िया पुत्री रमाकांत अपने चार अन्य दोस्तों के साथ मवेशी चराने यमुना नदी किनारे गए थे। सभी बच्चे नदी किनारे मवेशी चराने के बाद नहाने लगे।
बताया गया कि नहाते समय रूपेश और गुड़िया खेलते-खेलते अचानक गहरे पानी की तरफ चले गए। गहराई का अंदाजा न लग पाने के कारण दोनों तेज बहाव में डूबने लगे। उनके साथ मौजूद चार दोस्त किनारे के पास थे, जिससे वे किसी तरह खुद को बचाकर तुरंत गांव की ओर दौड़े और परिजनों को घटना की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और पानी में उतरकर दोनों की तलाश शुरू की। काफी मशक्कत के बाद रूपेश को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तब तक वह बेहोश हो चुका था। आनन-फानन में उसे कुरारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रूपेश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, जिससे घर में कोहराम मच गया।
दूसरी ओर, गुड़िया का कोई पता नहीं चल सका। परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से काफी देर तक उसकी तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदराम प्रजापति ने स्थिति का जायजा लिया और बचाव दल को बुलाया। बचाव टीम नाव और अन्य उपकरणों की मदद से नदी में उसकी तलाश में जुटी है।
गांव में इस घटना के बाद मातम का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि ग्रामीण हादसे के बाद बच्चों को नदी किनारे अकेले न जाने की सलाह दे रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि गुड़िया की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक उसे ढूंढ नहीं लिया जाता।
