लखनऊ: नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, 15 दिन बाद पॉक्सो एक्ट में कार्रवाई

लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 17 वर्षीय किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी को आखिरकार 15 दिन बाद गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान हिमांशु तिवारी (25 वर्ष) के रूप में हुई है, जो टाइटन कंपनी में प्राइवेट जॉब करता है।

शिकायत पर पुलिस की देरी

किशोरी के परिवार ने घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस ने करीब 15 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की। इस दौरान आरोपी फरार रहा और पीड़िता व परिवार को लगातार डर और तनाव में जीना पड़ा। आखिरकार स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद ही पुलिस हरकत में आई और मुकदमा दर्ज किया।

गिरफ्तारी कैसे हुई

पुलिस ने 3 सितंबर को इस मामले में एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद उसे बंथरा थाना क्षेत्र के चंद्रावल गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी मूल रूप से मोहनलालगंज के सोहावा गांव का रहने वाला है।

दर्ज धाराएं और कानूनी कार्रवाई

पुलिस ने हिमांशु तिवारी के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी देने और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

सवालों के घेरे में पुलिस

यह मामला पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। परिवार को 15 दिन तक कार्रवाई के लिए इंतजार करना पड़ा और मामला केवल तब दर्ज हुआ जब नेताओं ने हस्तक्षेप किया। ऐसे में पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं।

निष्कर्ष

यह घटना एक बार फिर बताती है कि नाबालिगों से जुड़े संवेदनशील मामलों में पुलिस को तुरंत और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। देरी न सिर्फ आरोपी को भागने का मौका देती है, बल्कि पीड़ित परिवार के मानसिक आघात को भी कई गुना बढ़ा देती है।