दिल्ली की CM रेखा गुप्ता पर हमला: गुजरात से आया डॉग लवर, मां ने खोला राज़

दिल्ली की राजनीति में बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की जनसुनवाई के दौरान एक शख्स ने अचानक उन पर हमला कर दिया। घटना इतनी अचानक थी कि वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। आरोपी की पहचान राजेशभाई खिमजीभाई सकरिया (41) के रूप में हुई है, जो गुजरात के राजकोट का रहने वाला है।

📌 आरोपी का बैकग्राउंड

  • उम्र: 41 साल
  • पेशा: ऑटो ड्राइवर
  • निवास: राजकोट, गुजरात
  • शौक/रुझान: डॉग लवर, पशु प्रेमी

पुलिस जांच में सामने आया है कि राजेश गुजरात से दिल्ली सिर्फ इसलिए आया था क्योंकि वह कुत्तों और पशु अधिकारों से जुड़े मुद्दों को लेकर बेहद परेशान था।

📌 आरोपी की मां का बयान

पुलिस की शुरुआती पूछताछ में आरोपी की मां भानु बेन का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया—
👉 “मेरा बेटा बचपन से ही पशु प्रेमी है। कुत्तों से जुड़ी कुछ घटनाओं और परेशानियों ने उसे बेहद दुखी कर दिया था। इसी वजह से वह दिल्ली गया और उसने यह कदम उठा लिया।”

📌 हमला कैसे हुआ?

  • बुधवार सुबह दिल्ली में सीएम रेखा गुप्ता की जनसुनवाई चल रही थी।
  • आरोपी राजेश भी वहां मौजूद लोगों के बीच बैठा था।
  • शुरुआत में वह शांत दिखाई दिया और अपनी बारी का इंतजार करता रहा।
  • जैसे ही वह मुख्यमंत्री के पास पहुंचा, उसने पहले उनके बाल पकड़ लिए और फिर थप्पड़ जड़ दिया।
  • हमले के बाद वहां मौजूद लोग और सुरक्षाकर्मी तुरंत हरकत में आए और उसे काबू में कर लिया।

चश्मदीदों के मुताबिक आरोपी सीएम से बिल्कुल करीब था और घटना इतनी तेज़ी से हुई कि सुरक्षा कर्मियों को संभलने का भी समय नहीं मिला।

📌 पुलिस की जांच

पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उसके मकसद की तहकीकात कर रही है।

  • पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं इसके पीछे किसी संगठन या समूह का दबाव तो नहीं था।
  • साथ ही यह भी जांच हो रही है कि आरोपी दिल्ली तक कैसे आया और उसके संपर्क में कौन-कौन लोग थे।

📌 राजनीतिक हलचल

इस घटना के बाद दिल्ली में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

  • विपक्ष ने इसे सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है।
  • वहीं सरकार का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा और पुख्ता की जाएगी।

👉 निष्कर्ष:
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ यह हमला फिलहाल राजनीतिक बहस का मुद्दा बना हुआ है। आरोपी के “डॉग लवर” होने और पशु अधिकारों से जुड़े कारणों के चलते दिल्ली आना इस घटना को और भी रहस्यमयी बना देता है। अब पुलिस की विस्तृत जांच के बाद ही इस पूरे घटनाक्रम की असली वजह सामने आ पाएगी।