एशिया कप 2025 में टीम इंडिया ने रोमांचक अंदाज में श्रीलंका को सुपर ओवर में मात देकर न सिर्फ सुपर-4 के अपने अभियान का शानदार अंत किया बल्कि एक बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर कदम भी बढ़ा दिया। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने इस जीत के साथ टी20 इंटरनेशनल में किसी एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत के रिकॉर्ड की ओर मजबूती से कदम बढ़ाया है।
पाकिस्तान का रिकॉर्ड और भारत की बढ़त
टी20 क्रिकेट में पाकिस्तान ने अब तक न्यूजीलैंड को 24 बार हराया है, जो किसी एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड है। वहीं अब भारत ने श्रीलंका पर 23वीं जीत दर्ज की और न्यूजीलैंड के साथ संयुक्त रूप से दूसरे पायदान पर पहुंच गया। यानी भारत अब पाकिस्तान से सिर्फ एक कदम पीछे है और अगली जीत उसे इस रिकॉर्ड का साझेदार बना सकती है।
मैच का रोमांच
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने तूफानी शुरुआत दी। उन्होंने मात्र 31 गेंदों में 61 रनों की आतिशी पारी खेली। इसके बाद तिलक वर्मा (49*) और संजू सैमसन (39) ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। 20 ओवरों में भारत ने 202 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका के ओपनर पथुम निसांका ने शानदार शतक (107 रन) जड़ा। उनके साथ कुसल मेंडिस (58 रन) ने बेहतरीन पारी खेली और दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी ने भारतीय गेंदबाजों की मुश्किलें बढ़ा दीं। हालांकि, आखिरी ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की और श्रीलंका को 202 रन पर रोककर मैच को टाई करा दिया।
सुपर ओवर में श्रीलंका सिर्फ 2 रन ही बना पाया और भारत ने पहली ही गेंद पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
खिलाड़ियों की चोट चिंता का विषय
भले ही भारत ने मैच जीत लिया, लेकिन टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता खिलाड़ियों की चोट रही। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और ओपनर अभिषेक शर्मा दोनों मैच के दौरान चोटिल होकर मैदान छोड़कर गए। टीम इंडिया के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों को ऐंठन की समस्या हुई थी, हालांकि हार्दिक की स्थिति पर और जांच की जाएगी। तिलक वर्मा को भी मैच के अंत में लंगड़ाते देखा गया।
टीम इंडिया के लिए चेतावनी
मोर्कल ने माना कि भारत ने अब तक इस टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया है। बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग – सभी विभागों में अभी सुधार की गुंजाइश है। श्रीलंका के खिलाफ मैच ने दिखा दिया कि अगर टीम समय रहते अपनी कमजोरियों पर काबू नहीं पाती, तो पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
भारत की यह जीत जहां रिकॉर्ड बुक में एक और सुनहरी पंक्ति जोड़ती है, वहीं यह भी साफ करती है कि टीम को अब चोटों और निरंतरता पर काम करना होगा। श्रीलंका को सुपर ओवर में हराकर भारत ने यह साबित कर दिया कि टीम दबाव के हालात में जीत हासिल करने का दमखम रखती है। अब देखना यह है कि पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में भारत अपने इस आत्मविश्वास को किस तरह जीत में बदलता है और क्या पाकिस्तान के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर पाता है।
