उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के महेवा गोपाल गांव में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। रिटायर्ड दरोगा ठाकुर बक्श सिंह के बेटे, आशुतोष कुमार सिंह (45) ने अपने कमरे में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक, आशुतोष पिछले दो वर्षों से पारिवारिक तनाव में जी रहा था, जिससे वह डिप्रेशन में था।
🕙 रात 11 बजे कमरे में की आत्महत्या
**मंगलवार रात लगभग 11 बजे आशुतोष ने कमरे में खुद को बंद कर लिया
**सीने में तमंचे से गोली मार ली
**गोली की आवाज सुनकर परिजन कमरे तक पहुंचे
**दरवाजा तोड़कर देखा तो आशुतोष लहूलुहान हालत में पड़ा था
**मां इंदु सिंह और परिजनों ने तुरंत एम्बुलेंस से गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचाया
**लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया
💔 पत्नी से अनबन बना कारण
**स्थानीय लोगों व परिजनों के अनुसार, आशुतोष की शादी नवाबगंज थाना क्षेत्र में हुई थी
**पिछले दो वर्षों से पत्नी मायके में रह रही थी, वापस नहीं लौटी
**इसी कारण आशुतोष मानसिक तनाव और अवसाद में जी रहा था
**मृतक के एक बेटा और एक बेटी हैं, जो अब पिता का साया खो चुके हैं
🚨 पुलिस, डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची
**घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी पूर्वी मनोज कुमार रावत, सीओ सदर राजेश कुमार सिंह, मोतीगंज थानाध्यक्ष अरविंद यादव, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंचे
**घर की गहन तलाशी ली गई, घटनास्थल से तमंचा बरामद
**शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
🗣️ क्या बोले पुलिस अधिकारी?
मोतीगंज थानाध्यक्ष अरविंद कुमार यादव ने आवाज़ प्लस से बातचीत में बताया:
“आशुतोष कुमार सिंह ने अपने घर में खुद को गोली मारी है। परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक तनाव और पत्नी से अलगाव की बात सामने आई है। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।”
🔍 मनोवैज्ञानिक परामर्श की जरूरत
इस दुखद घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक संवाद की गंभीरता को सामने लाया है। समाज के सभी वर्गों में मानसिक तनाव, अवसाद और पारिवारिक बिखराव जैसी समस्याओं पर समय रहते ध्यान देना और सहयोग देना जरूरी है।