भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने अपने करियर के सबसे कठिन दौर को लेकर दिल छू लेने वाला खुलासा किया है। रोहित ने बताया कि 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार ने उन्हें मानसिक रूप से इतना तोड़ दिया था कि उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने तक का मन बना लिया था। यह वही हार थी, जिसने करोड़ों भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया था।
फाइनल की हार ने भीतर तक झकझोर दिया
भारत ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार जीत दर्ज की और फाइनल तक का सफर तय किया। कप्तान रोहित शर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी और लीडरशिप ने टीम को नई पहचान दी।
लेकिन अहमदाबाद में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी। भारत 50 ओवर में सिर्फ 240 रन ही बना पाया, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने ट्रेविस हेड (137 रन) की बेहतरीन पारी की बदौलत आसानी से हासिल कर लिया।
‘मुझे लगा अब और क्रिकेट नहीं खेल पाऊंगा’
रोहित शर्मा ने बताया कि इस हार के बाद वह पूरी तरह टूट चुके थे।
उन्होंने कहा,
“अहमदाबाद में हार के बाद मुझे ईमानदारी से लगा कि अब मैं और क्रिकेट नहीं खेलना चाहता। उस वर्ल्ड कप के लिए मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।”
रोहित ने यह भी स्वीकार किया कि यह सिर्फ कुछ महीनों की मेहनत नहीं थी, बल्कि 2022 में कप्तानी संभालने के बाद से ही उनका एकमात्र लक्ष्य वर्ल्ड कप जीतना था। जब वह सपना टूट गया, तो ऐसा लगा मानो शरीर और दिमाग दोनों ने जवाब दे दिया हो।
शानदार टूर्नामेंट, फिर भी अधूरा सपना
रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप 2023 में व्यक्तिगत तौर पर शानदार प्रदर्शन किया।
- 11 मैच
- 597 रन
- 54.27 का औसत
इसके बावजूद फाइनल की हार ने सारी उपलब्धियों को फीका कर दिया। रोहित ने माना कि जब आप किसी लक्ष्य में पूरी तरह डूब जाते हैं और नतीजा आपके पक्ष में नहीं आता, तो टूटना स्वाभाविक है।
निराशा से नई शुरुआत तक
रोहित ने बताया कि उस समय से उबरना उनके लिए बेहद मुश्किल था, लेकिन उन्होंने खुद को संभालने का फैसला किया।
उन्होंने कहा,
“मुझे समझ आ गया था कि जिंदगी यहीं खत्म नहीं होती। यह मेरे लिए सीखने का पल था—निराशा से कैसे निपटना है, खुद को रीसेट करना है और आगे बढ़ना है।”
इसी सोच के साथ रोहित ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप पर फोकस किया। अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गए इस टूर्नामेंट में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर खिताब जीत लिया, जिससे रोहित के करियर को एक नई दिशा मिली।
हार से मिली सबसे बड़ी सीख
रोहित शर्मा का यह बयान न सिर्फ उनके संघर्ष को दिखाता है, बल्कि यह भी बताता है कि महान खिलाड़ी वही होता है जो सबसे बड़े झटके के बाद भी खुद को दोबारा खड़ा कर सके।
2023 की हार ने उन्हें तोड़ जरूर दिया था, लेकिन उसी दर्द ने उन्हें 2024 की ऐतिहासिक जीत के लिए मानसिक रूप से मजबूत भी बनाया।
निष्कर्ष
2023 वर्ल्ड कप फाइनल की हार रोहित शर्मा के करियर का सबसे दर्दनाक अध्याय थी, जहां वह संन्यास के बेहद करीब पहुंच गए थे। लेकिन हिम्मत, आत्ममंथन और नई शुरुआत की सोच ने उन्हें फिर से शिखर तक पहुंचाया। यह कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि हार से जीत तक के सफर की प्रेरक मिसाल है, जिसने करोड़ों फैंस को फिर से मुस्कुराने का मौका दिया।
