पटना के जानीपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है। यहां नगवां गांव में दो मासूम भाई-बहन—12 वर्षीय अंजली और 10 वर्षीय अंश—की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई। यह घटना न सिर्फ क्रूरता की सारी हदें पार कर देती है, बल्कि कई अहम सवाल भी खड़े करती है—क्या यह अचानक हुआ हादसा था या किसी की रची गई साजिश?
🔥 बेड पर जल रहे थे मासूमों के शव
घटना दोपहर की है जब दोनों बच्चे स्कूल से लौटकर सो रहे थे। घर पर उस वक्त कोई नहीं था। पिता लल्लन गुप्ता, जो चुनाव आयोग में कार्यरत हैं, और मां, जो एम्स में सिक्योरिटी गार्ड हैं, ड्यूटी पर थे। जब वे घर लौटे तो उन्होंने जो देखा, उससे उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई—कमरे के अंदर बेड पर दोनों बच्चों के शव जलते हुए पाए गए।
🕵️♂️ हत्या या साजिश? पुलिस जांच में जुटी
पटना सिटी एसपी (वेस्ट) भानु प्रताप सिंह ने इसे स्पष्ट रूप से हत्या का मामला बताया है। जांच इस दिशा में चल रही है कि बच्चों को पहले जलाया गया या हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की गई। फोरेंसिक और डॉग स्क्वॉड टीम भी जांच में जुट चुकी है। पुलिस का मानना है कि किसी बाहरी व्यक्ति की बजाए घर के किसी बेहद करीबी का हाथ हो सकता है, क्योंकि घटना दिन में हुई और आसपास किसी ने कुछ संदिग्ध नहीं देखा।
❓ परिजनों का क्या कहना है?
बच्चों के पिता ने कहा,
“हम किसी से दुश्मनी नहीं रखते। हमारे बच्चे एग्जाम दे रहे थे। दोपहर में जब हम घर नहीं थे, किसी ने मेरे बच्चों को मारकर जला दिया। यह कोई सामान्य हादसा नहीं, यह साजिश है।”
⚠️ जनता का गुस्सा फूटा
इस नृशंस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने सड़क पर आगजनी की, जानीपुर-एम्स रोड जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों की मांग है कि अपराधियों की तुरंत पहचान कर गिरफ्तारी हो।
⚖️ राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू
घटना के बाद आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा और कहा:
“बिहार में अपराधी मस्त हैं, सरकार पस्त है। अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।”
वहीं भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने घटना को दुखद बताते हुए भरोसा जताया कि अपराधी बच नहीं पाएंगे।
🧩 अब तक सामने आए सवाल:
- क्या बच्चों को जानबूझकर अकेला देख वारदात की गई?
- क्या यह आपसी रंजिश या पारिवारिक विवाद का नतीजा है?
- कहीं बच्चों के किसी जानने वाले का हाथ तो नहीं?
- क्या यह हत्या को हादसा दिखाने की साजिश थी?