बस्ती। विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामसकल मौर्य द्वारा लगाए गए आरोप से विभाग में खलबली मच गई है। उन्होंने आउटसोर्सिंग कंपनी पर कर्मचारियों के वेतन से की जा रही ईएसआई कटौती की राशि को फर्जीवाड़े से हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है।
रामसकल मौर्य ने इस संबंध में ईएसआईसी, कानपुर कार्यालय से आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी थी। प्राप्त जवाब में यह सामने आया कि वर्ष 2023 तक जनपद बस्ती से ईएसआई फंड में कोई सहयोग राशि जमा नहीं की गई है। उन्होंने इसे वित्तीय घोटाले की संज्ञा देते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
उन्होंने बताया कि जिले में 650 से अधिक संविदा कर्मी कार्यरत हैं जिनसे हर माह ₹310 की ईएसआई कटौती की जाती रही है। कर्मचारी अब स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बेसिल कंपनी ने कुछ समय के लिए जमा की गई राशि के बाद फिर पुरानी पद्धति पर काम शुरू कर दिया।
उन्होंने वर्ष 2013-14 से अब तक की सभी कटौतियों की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और कर्मचारियों को उनका हक वापस मिल सके।