इंडिगो फ्लाइट में युवक को थप्पड़ मारने का मामला: पैनिक अटैक से जूझ रहा था यात्री, अब हुआ लापता

✈️ घटना का स्थान: इंडिगो फ्लाइट 6E138 (मुंबई से कोलकाता)
📅 घटना की तारीख: 1 अगस्त
👤 पीड़ित यात्री: हुसैन अहमद मजूमदार, असम के कछार जिले से
📽 वीडियो वायरल: सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, देशभर में आक्रोश

❗क्या हुआ था फ्लाइट में?

मुंबई से कोलकाता जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E138 में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक यात्री को बीच उड़ान में दूसरे सह-यात्री ने थप्पड़ मार दिया

पीड़ित हुसैन अहमद मजूमदार नामक युवक, जो अस्वस्थ था और पैनिक अटैक से गुजर रहा था, को केबिन क्रू सहायता दे रही थी। उसी दौरान बिना किसी उकसावे के एक अन्य यात्री ने उसे जोर से थप्पड़ मार दिया।

🎥 वायरल वीडियो में क्या दिखा?

  • वीडियो में पीड़ित हुसैन को रोते हुए देखा जा सकता है।
  • एक अन्य यात्री आरोपी को डांटते हुए कहता है:
  • “तुमने उसे क्यों मारा? तुम्हें किसी को मारने का कोई हक नहीं है!”

  • फ्लाइट अटेंडेंट्स युवक को उसकी सीट तक ले जा रहे थे जब हमला हुआ।

✈️ इंडिगो एयरलाइंस की प्रतिक्रिया:

इंडिगो ने घटना के बाद बयान जारी किया:

“हम इस तरह की हिंसात्मक हरकतों की कड़ी निंदा करते हैं। यह हमारे यात्रियों और क्रू की सुरक्षा और गरिमा के खिलाफ है।”

“हमारे क्रू ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत तुरंत कार्रवाई की। आरोपी यात्री को पहचान कर सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया गया। सभी नियामक एजेंसियों को जानकारी दे दी गई है।”

😱 लेकिन अब बड़ी चिंता: पीड़ित लापता

घटना के बाद एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है — हुसैन अहमद मजूमदार लापता हो गया है।

  • उन्हें कोलकाता से सिलचर जाने के लिए एक कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी थी, लेकिन वे वहां कभी पहुंचे ही नहीं।
  • परिवार चिंतित है, पिता अब्दुल मनन मजूमदार कैंसर से जूझ रहे हैं।
  • TOI से बात करते हुए उन्होंने कहा:

“वो मुंबई में मेहनत कर हमें सपोर्ट कर रहा था। वीडियो देखा, अब नहीं पता वो कहां है।”

🧠 मानसिक स्वास्थ्य और समाज की बेरुखी

यह घटना एक गंभीर सामाजिक मुद्दे को भी सामने लाती है — मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा।

  • एक बीमार युवक के साथ हमदर्दी दिखाने की बजाय उसे थप्पड़ मारना सहानुभूति की कमी को दर्शाता है।
  • यह केस बताता है कि पैनिक अटैक या मानसिक तनाव से जूझ रहे व्यक्ति को सही सहायता देना कितना जरूरी है।

🔍 अब आगे क्या?

  • पीड़ित की तलाश के लिए परिजन और असम प्रशासन सक्रिय हैं।
  • DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मामले में हस्तक्षेप की मांग की जा रही है।
  • आरोपी यात्री पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग उठ रही है।