गाजीपुर में शराब के नशे में पति ने पत्नी को चाकू से गोदकर उतारा मौत के घाट, छोटी-सी बात पर हुई दिल दहला देने वाली वारदात

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सौना गांव में गुरुवार की शाम एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई, जहां शराब के नशे में धुत एक पति ने अपनी पत्नी की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है और लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है।

मृतका की पहचान 40 वर्षीय रेहाना के रूप में हुई है, जो अपने घर में थीं जब उनका पति जलालुद्दीन शराब पीकर घर लौटा। पत्नी ने जब उसे शराब पीने से मना किया तो पति आपा खो बैठा। पहले उसने पत्नी को धमकाया, फिर चाकू उठाकर उसे दौड़ाने लगा। रेहाना जान बचाकर भागने की कोशिश की, लेकिन 50 मीटर दूर पति ने उन्हें पकड़ लिया और सीने पर चाकू से वार कर दिया।

इसके बाद रेहाना घायल अवस्था में जान बचाने के लिए घर की ओर दौड़ी, लेकिन जलालुद्दीन ने उसका पीछा किया और करीब 20 मीटर दूर फिर से उस पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया, विशेष रूप से उसके पेट पर कई वार किए। यह बर्बर हमला इतना भयानक था कि महिला वहीं लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ीं।

घटना के बाद का हाल:
घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। आस-पास के ग्रामीणों ने जब यह खौफनाक दृश्य देखा तो दौड़कर आरोपी पति को पकड़ा और तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जलालुद्दीन को हिरासत में लिया और रेहाना को तुरंत सैदपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई और जांच:
खानपुर थाना प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हत्या के आरोप में जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है और रेहाना का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अभी तक परिजनों की ओर से कोई लिखित तहरीर नहीं मिली है, लेकिन मिलते ही विधिक कार्रवाई की जाएगी।

सामाजिक प्रतिक्रिया:
इस घटना ने गांव के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। लोग कह रहे हैं कि महज शराब पीने से रोकने पर कोई पति अपनी पत्नी को इस तरह बेरहमी से कैसे मार सकता है। छोटी-सी बात पर की गई इस जघन्य हत्या की हर कोई निंदा कर रहा है।

निष्कर्ष:
यह वारदात न केवल घरेलू हिंसा और शराब की लत के खतरनाक परिणाम को उजागर करती है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर एक गंभीर सवाल भी खड़ा करती है। पुलिस जांच जारी है और परिवार व समाज दोनों इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं।