“14 दिन… 50 मर्डर! बिहार में बेलगाम अपराध, चुनाव से पहले नीतीश सरकार की कड़ी परीक्षा”
बिहार में कानून-व्यवस्था बेपटरी!
राज्य में इन दिनों अपराध का ऐसा तांडव मचा है कि आम जनता से लेकर सियासी गलियारों तक हड़कंप मचा हुआ है। राजधानी पटना समेत पूरे बिहार से हत्या, लूट और गोलीबारी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
सिर्फ 14 दिन… और 50 से ज्यादा मर्डर!
जुलाई के शुरुआती 14 दिनों में बिहार में 50 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं। ये आंकड़ा दर्शाता है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। पुलिस की कार्रवाई के दावों के बावजूद अपराधी सरेआम वारदात कर रहे हैं और बेखौफ घूम रहे हैं।
विपक्ष हमलावर, नीतीश सरकार पर सवाल
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि, “मुख्यमंत्री तो अचेत अवस्था में हैं, राज्य उनके नियंत्रण में नहीं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को भी जवाब देना चाहिए क्योंकि बिहार में एनडीए की सरकार है।”
राहुल गांधी ने भी बोला हमला:
“सीएम कुर्सी बचा रहे हैं, और बीजेपी के मंत्री कमीशन खा रहे हैं,” — राहुल गांधी का आरोप।
सरकार का पलटवार — RJD पर ठीकरा फोड़ा
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, “आरजेडी के समय में अपराधियों को संरक्षण मिला, उसी का नतीजा है ये हिम्मत। लेकिन अब नीतीश सरकार बुलडोजर और एनकाउंटर से अपराधियों को सबक सिखाएगी।”
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दी सफाई:
“हालात पहले से बेहतर हैं, अब घटनाओं के बाद कड़ी कार्रवाई होती है, अपराधी बच नहीं पाते।”
बिहार में आजकल अपराध बेलगाम होता जा रहा है। आए दिन राज्य में हत्या, गोलीबारी और लूटपाट की घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल के दिनों में राजधानी पटना समेत राज्य के विभिन्न जिलों से हत्या की खबरें सामने आई हैं। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर अब एक बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। विपक्ष लगातार नीतीश कुमार की सरकार पर हमलावर है। माना जा रहा है कि अपराधियों के बुलंद हौसले चुनाव में JDU और BJP के लिए बड़ी मुसीबत बन सकते हैं।
सरकार और पुलिस द्वारा कार्रवाई के दावों के बीच बिहार में हालात चिंताजनक हैं। राज्य में इस महीने 14 दिनों में ही करीब 50 से ज्यादा मर्डर की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ये आंकड़ा कानून व्यवस्था के लिहाज से कतई अच्छा फिगर नहीं हैं। ये एक काफी चिंताजनक स्थिति है। बिहार में हालात ऐसे हो गए हैं कि अपराधियों के दिलों में पुलिस का खौफ नहीं है। अपराधी जब चाहें जिसे चाहें मार देते हैं और पुलिस बार-बार यही दावा करती है कि अपराधी पकड़े जाएंगे।
चूंकि बिहार में अचानक क्राइम का ग्राफ बढ़ गया है इसीलिए विरोधी दल इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को घेर रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार तो अचेत अवस्था में हैं। उनसे बिहार संभल नहीं रहा है। लेकिन पीएम मोदी को तो ध्यान देना चाहिए क्योंकि बिहार में एनडीए की सरकार है। तेजस्वी ने कहा कि अगर पीएम मोदी के नाम पर एनडीए को वोट मिलता है तो सुरक्षा देने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की बनती है। इसलिए प्रधानमंत्री को चुप्पी तोड़नी चाहिए। वहीं, राहुल गांधी ने कानून व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि सीएम कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं बीजेपी के मंत्री कमीशन खा रहे।
विपक्ष के हमलों का जवाब बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर विजय सिन्हा ने दिया। विजय सिन्हा ने कहा कि आज जो सिचुएशन है उसके पीछे आरजेडी है। उसी ने अपराधियों का हौसला बढ़ाया है लेकिन नीतीश कुमार की सरकार अपराधियों को सबक सिखाना जानती है और इसके लिए चाहे बुलडोज़र चलाना पड़े या एनकाउंटर करना पड़े वो सबकुछ किया जा रहा है जिससे अपराध पर काबू पाया जा सके। इसके बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर जिस तरह मुद्दा बनाया जा रहा है। ये सही बात है कि हालात बिगड़े हैं लेकिन उतने भी नहीं जितना पहले खराब थे। मांझी ने कहा कि पहले घटना के बाद कार्रवाई नहीं होती थी लेकिन अब कड़ी कार्रवाई होती है और अपराधियों को सज़ा भी मिलती है।
📌 आवाज प्लस विशेष रिपोर्ट:
बिहार में बढ़ता अपराध न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि सियासत का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। क्या ये NDए के लिए चुनावी मुश्किल बन सकता है? जनता के सवालों का जवाब कब मिलेगा?