लखनऊ के इटौंजा पावर हाउस में बुधवार सुबह ड्यूटी के दौरान दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 28 वर्षीय गौरव यादव, निवासी धरौरा, की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गौरव पोल पर चढ़कर लाइन की मरम्मत कर रहा था, लेकिन सप्लाई बंद किए बिना बिजली चालू कर दी गई। अचानक आए करंट से वह बुरी तरह झुलस गया और नीचे गिर पड़ा।
गंभीर हालत में सहकर्मियों और ग्रामीणों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे की खबर मिलते ही परिजन और ग्रामीण उपकेंद्र पर जमा हो गए और विभागीय लापरवाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप है कि संविदा कर्मियों से बिना उचित सुरक्षा उपकरण के जानलेवा काम कराया जाता है, जिससे उनकी जान खतरे में रहती है।
गुस्साए परिजनों ने मृतक के आश्रित को स्थायी नौकरी, उचित मुआवज़ा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। घटनास्थल पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वहीं, विभागीय अधिकारी इस मामले में अब तक चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और बढ़ गया है।
यह घटना बिजली विभाग में संविदा कर्मचारियों की सुरक्षा और कार्य परिस्थितियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब आए दिन ऐसी लापरवाहियों के कारण जानें जाती हैं और दोषियों पर कार्रवाई अधूरी रह जाती है।