चेन्नई/छिंदवाड़ा। कोल्ड्रिफ कफ सिरप से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 21 बच्चों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस घातक दवा को बनाने वाली श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक जी रंगनाथन को आखिरकार पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई मध्य प्रदेश पुलिस की सात सदस्यीय टीम ने की।
⚖️ गंभीर धाराओं में केस दर्ज
73 वर्षीय रंगनाथन पर गैर इरादतन हत्या, दवाओं में मिलावट, और बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस उन्हें जल्द ही छिंदवाड़ा ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाएगी।
यह गिरफ्तारी तब हुई जब मध्य प्रदेश पुलिस ने रंगनाथन की गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने पर ₹20,000 के इनाम की घोषणा की थी।
🕵️♀️ 5 अक्तूबर से थी तलाश
पुलिस के मुताबिक, जी रंगनाथन 5 अक्तूबर से फरार थे। पहले उन्हें तमिलनाडु के कई इलाकों में तलाशा गया, लेकिन वह हाथ नहीं आए। आखिरकार चेन्नई में लोकेशन ट्रेस होने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। अब जांच के लिए उन्हें कांचीपुरम ले जाया जाएगा, जहां कंपनी की मुख्य उत्पादन इकाई है।
🧪 कोल्ड्रिफ सिरप में क्या मिला जहरीला तत्व?
कोल्ड्रिफ कफ सिरप (बैच नं. SR-13, मई 2025 निर्मित, अप्रैल 2027 एक्सपायरी) की लैब जांच रिपोर्ट में पाया गया कि सिरप में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol) मौजूद था —
जो एक अत्यंत जहरीला केमिकल है और सामान्यतः एंटीफ्रीज व ब्रेक फ्लूइड में प्रयोग किया जाता है।
यह पदार्थ किडनी फेलियर और मृत्यु का कारण बनता है।
🏭 जी रंगनाथन कौन हैं?
- उम्र: 73 वर्ष
- शिक्षा: मद्रास मेडिकल कॉलेज से फार्मेसी में स्नातक
- कंपनी: श्रीसन फार्मा (Srisun Pharmaceuticals), मुख्यालय चेन्नई
- करियर: 1980 के दशक से फार्मा उद्योग में सक्रिय, पहला उत्पाद “प्रोनिट” था — एक पौष्टिक सिरप जो गर्भवती महिलाओं के लिए प्रचारित किया गया था।
- बाद में तरल दवाओं और नाक के प्रोडक्ट्स के उत्पादन में विस्तार किया।
🚫 पहला प्रोडक्ट भी विवादों में
“प्रोनिट सिरप” को भी राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने लाइसेंस नियमों के उल्लंघन के कारण बैन किया था। इसके बाद रंगनाथन ने आवश्यक मंजूरियां लीं और उत्पादन जारी रखा।
📉 फार्मा साम्राज्य का पतन
कभी उद्योग में एक सम्मानित नाम माने जाने वाले रंगनाथन का श्रीसन फार्मा अब सील कर दिया गया है।
चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे पर स्थित 2000 वर्ग फुट का मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद है और
कोडम्बक्कम स्थित ऑफिस में ताले लटक रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कर्मचारी रातों-रात मशीनें और कंप्यूटर ले जा रहे थे।
👶 मध्य प्रदेश में दर्दनाक असर
- 21 बच्चों की मौत
- 15 बच्चे नागपुर में भर्ती, जिनकी किडनी फेल हो चुकी है
- देशभर में कोल्ड्रिफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है
📜 अब आगे क्या?
पुलिस अब जांच करेगी कि
- जहरीले केमिकल की मिलावट कैसे हुई
- क्या निर्माण प्रक्रिया में लापरवाही या जानबूझकर गड़बड़ी की गई
- और क्या यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यातित दवाओं से भी जुड़ा है।
