राजधानी लखनऊ में तैनात यूपी पुलिस के एक सिपाही की पत्नी ने आत्महत्या कर ली, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतका सौम्या कश्यप ने खुदकुशी से पहले सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए, जिनमें उसने पति अनुराग सिंह और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस घटना ने घरेलू हिंसा और महिला सुरक्षा के सवालों को एक बार फिर से सार्वजनिक बहस के केंद्र में ला खड़ा किया है।
घटना बीकेटी थाना क्षेत्र की है, जहां तैनात सिपाही अनुराग सिंह की पत्नी सौम्या ने तीज के दिन अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सौम्या ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले इंस्टाग्राम पर दो वीडियो साझा किए। एक वीडियो में वह अपने हाथों पर लगी मेंहदी दिखा रही है, जबकि बैकग्राउंड में ‘सैयारा’ फिल्म का भावनात्मक गीत बज रहा है। दूसरे वीडियो में वह रोते हुए पति और ससुराल वालों द्वारा मारपीट, मानसिक उत्पीड़न और दहेज की मांग का आरोप लगा रही है।
सौम्या ने वीडियो में साफ शब्दों में कहा कि ससुराल पक्ष उसके पति की दूसरी शादी कराना चाहता था। उसने आरोप लगाया कि जेठ ने जान से मारने की धमकी दी थी और ससुराल वाले लगातार उस पर दबाव बनाते रहे। उसने दावा किया कि कई बार थाने और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। “योगी और मोदी जी बेटियों की सुरक्षा की बात करते हैं, लेकिन हमें कोई न्याय नहीं मिलता,” सौम्या ने अपने अंतिम वीडियो में भावुक होकर कहा।
सौम्या और अनुराग की शादी एक वर्ष पूर्व मंदिर में प्रेम विवाह के रूप में हुई थी। कुछ दिन पूर्व ही सौम्या मायके से ससुराल लौटी थी। इस बीच, सौम्या द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए पुलिस ने सिपाही अनुराग सिंह और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और सभी तथ्यों के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न केवल एक महिला की दुखद मृत्यु का प्रतीक है, बल्कि महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा, समाज की चुप्पी, और सिस्टम की असंवेदनशीलता का भी आईना है। अब सवाल उठता है कि अगर एक पुलिसकर्मी की पत्नी भी न्याय के लिए संघर्ष करते हुए आत्महत्या करने को मजबूर हो जाए, तो आम महिलाओं की स्थिति क्या होगी?