बरेली में हुए बवाल के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने सख्ती तेज कर दी है। अब तक 82 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि उनकी और उनके मददगारों की 100 से अधिक संपत्तियां प्रशासन के रडार पर आ गई हैं। इनमें आवासीय मकान, मार्केट और बरातघर शामिल हैं।
🔹 अवैध निर्माण पर कार्रवाई की तैयारी
बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने आरोपियों की संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। जिन निर्माणों को बिना मानचित्र पास कराए या नियमों का उल्लंघन कर बनाया गया है, उन्हें पहले सील किया जाएगा और बाद में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। कुछ इमारतों पर नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है।
🔹 फरहत का मकान सबसे पहले निशाने पर
फाइक एन्क्लेव निवासी फरहत खां का तीन मंजिला मकान अवैध पाया गया है। मौलाना तौकीर रजा खां को शरण देने के आरोप में जेल गए फरहत का यह मकान अब बीडीए सील करेगा। परिवार को मकान खाली करने का नोटिस थमा दिया गया है। 3 अक्टूबर तक मकान खाली करना अनिवार्य होगा, इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।
🔹 अधिकारियों की रणनीति
- बीडीए टीमें रिकॉर्ड और स्थलीय सर्वेक्षण कर रही हैं।
- अवैध निर्माण की पुष्टि पर पहले सीलिंग और फिर ध्वस्तीकरण।
- विधिक पक्ष का आकलन भी जारी है ताकि किसी कार्रवाई पर सवाल न उठे।
👉 साफ है कि बरेली बवाल के बाद प्रशासन आरोपियों पर कानूनी और आर्थिक दोनों स्तरों पर शिकंजा कस रहा है। अब सवाल यह है कि क्या इस कार्रवाई से भविष्य में ऐसे बवालों पर लगाम लग सकेगी?
