विद्युत विभाग में नई अनप्रूव्ड कॉलोनियों के विद्युतीकरण में घपलेबाजी करना कोई नई बात नहीं है, पहले भी इन कॉलोनियों में गलत एस्टिमैट बनाकर बिल्डर को अवैध लाभ पहुचाकर रिश्वत बटोर कर, विभाग को लाखों करोड़ो का चूना लगाये जाने का मामला प्रकाश में आ रहा है।
कुछ पैसे की लालच में इस प्रकाश का फ़र्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा बिल्डर को अवैध लाभ पहुंचाने के लिए एस्टीमेट में लोहे के खंभों की जगह सीमेंट के खंभों के लिए जा रहे हैं, जिससे विद्युत विभाग को तो नुकसान उठाना ही पड़ रहा है साथ ही सुरक्षा के नियमों के हिसाब से भी गलत है।