तेज रफ्तार और नशे की लापरवाही ने छीनी ज़िंदगी: गाजीपुर के सादात में दर्दनाक सड़क हादसा, योगेंद्र राम की मौत

गाजीपुर, सादात (आवाज प्लस):
शुक्रवार देर शाम सादात थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में खंडवाडीह निवासी योगेंद्र राम (55 वर्ष) की जान चली गई। यह हादसा सादात पेट्रोल पंप के पास उस समय हुआ, जब वह अपने रिश्तेदार के घर से बाइक से लौट रहे थे। सामने से आ रही एक तेज़ रफ्तार चार पहिया वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी भयानक थी कि योगेंद्र राम उछलकर वाहन के आगे विंडस्क्रीन से जा टकराए। उनके सिर में गंभीर चोट और पैर में फ्रैक्चर हुआ। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सादात पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

परिजनों का आरोप: अभियन्ता और चालक थे नशे में

मृतक की बेटी गुड़िया ने आरोप लगाया कि दुर्घटना करने वाला वाहन सादात पावर हाउस के अवर अभियन्ता मनोज पटेल का था। दुर्घटना के समय वाहन चला रहे व्यक्ति सहित अभियन्ता खुद भी शराब के नशे में थे। स्थानीय लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की कि वाहन तेज़ गति में था और उसमें सवार दोनों व्यक्ति शराब के नशे में धुत थे।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी

सादात थाना प्रभारी वागीश विक्रम ने “आवाज प्लस” से बात करते हुए बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।

शोक में डूबा परिवार, ग्रामीणों में आक्रोश

इस दर्दनाक हादसे से मृतक के परिवार में मातम पसरा हुआ है। पत्नी हीरावती देवी और बेटे नीरज का रो-रोकर बुरा हाल है। चार संतानों वाले इस परिवार में एक बेटा और एक बेटी की शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बेटी गुड़िया ने बताया कि “पापा घर लौट रहे थे तभी हादसे की खबर आई, हम तुरंत पहुँचे, लेकिन तब तक हालत गंभीर हो चुकी थी।”

घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि नशे में वाहन चलाने वाले चाहे कोई आम व्यक्ति हो या अधिकारी—उन्हें सज़ा अवश्य मिलनी चाहिए।


आवाज प्लस यह मांग करता है कि इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष न्याय हो तथा नशे में वाहन चलाने जैसी गंभीर लापरवाही के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।