🧾 घटना का सारांश:
- आरोपी का असली नाम: कमरुल हक, जो हरदोई का रहने वाला है।
- उसने खुद को विवेक कुमार और पिता का नाम रामपाल रावत बताकर एक हिंदू लड़की से दोस्ती की।
- वह हाथ में कलावा बांधता था ताकि हिंदू होने का भ्रम बना रहे।
- उसने युवती को प्रेम जाल में फंसाया और 2017 में आर्य समाज मंदिर, लखनऊ में उससे शादी की।
💔 धोखे का पर्दाफाश:
- शादी के कुछ समय बाद आरोपी काम के बहाने दिल्ली चला गया।
- वहाँ से उसने लड़की से संपर्क तोड़ दिया।
- जब पीड़िता हरदोई स्थित आरोपी के घर पहुंची, तो पता चला कि उसका नाम विवेक नहीं बल्कि कमरुल हक है।
- उसके परिजनों ने मारपीट कर उसे भगा दिया।
👮♀️ कानूनी कार्रवाई:
पीड़िता ने रहीमाबाद थाने में आरोपी और उसके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई।
- लगाए गए आरोप:
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IPC की धारा 420: धोखाधड़ी
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धारा 406: विश्वास का हनन
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धारा 323: मारपीट साथ ही, उत्तर प्रदेश धर्मांतरण विरोधी कानून 2021 के तहत भी मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस की कार्रवाई:
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कमरुल की तलाश में विशेष टीमें गठित की गई हैं।
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दिल्ली, हरदोई और अन्य जगहों पर छापेमारी चल रही है।
🧠 इस मामले का महत्व:
- यह केस दिखाता है कि फर्जी पहचान, धार्मिक छल और विश्वासघात के जरिए कैसे युवतियों को निशाना बनाया जा रहा है।
- साथ ही, उत्तर प्रदेश में लव जिहाद कानून की भूमिका और इसकी संवेदनशीलता पर भी चर्चा को जन्म देता है।