बेगूसराय जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पहाड़ चक गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के कुछ दिन बाद झंडा उतारते समय एक बड़ा हादसा हो गया। शुक्रवार की देर शाम, स्कूल की शिक्षिका नीलम कुमारी का पुत्र आयुष कुमार (कक्षा 9) अपने दो सहपाठियों के साथ स्कूल परिसर में लगे राष्ट्रीय ध्वज को उतारने पहुंचा था। झंडा फहराने के लिए इस्तेमाल किया गया लोहे का लंबा पाइप तीनों छात्रों से संभल नहीं पाया और स्कूल के पास से गुजर रहे 11,000 वोल्ट के हाई-वोल्टेज बिजली तार से छू गया।
जैसे ही पाइप बिजली तार से संपर्क में आया, तेज करंट दौड़ गया और तीनों छात्र उसकी चपेट में आ गए। करंट लगते ही तीनों जमीन पर गिर पड़े और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने तुरंत तीनों को निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने आयुष को मृत घोषित कर दिया। बाकी दो छात्रों की हालत गंभीर है और उनका इलाज जारी है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस हादसे के पीछे बिजली विभाग की लापरवाही है। उनका कहना है कि घनी आबादी और स्कूल के पास से गुजर रहे 11,000 वोल्ट के तारों पर सुरक्षा कवर नहीं लगाया गया था। यदि समय रहते इन तारों को कवर किया गया होता, तो यह दुखद घटना टाली जा सकती थी।
हादसे के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। आयुष के परिवार में कोहराम मचा है और पूरा इलाका सदमे में है। पुलिस ने घटना की सूचना मिलने पर मौके का मुआयना किया और आगे की जांच शुरू कर दी है। वहीं, ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए स्कूलों और रिहायशी क्षेत्रों के पास से गुजरने वाली हाई-वोल्टेज लाइनों को या तो हटाया जाए या पूरी तरह सुरक्षित किया जाए।
यह घटना न सिर्फ एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए गहरा सदमा है और बिजली सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े करती है।