🌸 संगीत से सियासत तक मैथिली का सफर
लोकगायिका मैथिली ठाकुर, जो मिथिला और लोकसंस्कृति की पहचान बन चुकी हैं,
अब राजनीति के मंच पर उतर आई हैं।
मंगलवार को उन्होंने औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण कर ली।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी उन्हें दरभंगा की अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है।
अगर ऐसा होता है, तो अलीनगर के मौजूदा विधायक मिश्रीलाल यादव का टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है।
🪶 “बिहार लौटकर लोगों की सेवा करना चाहती हूं” — मैथिली ठाकुर
बीजेपी में शामिल होने के बाद मैथिली ठाकुर ने कहा,
“मैं दिल्ली में काम जरूर करती हूं, लेकिन मेरी आत्मा बिहार में बसती है।
अब समय आ गया है कि मैं अपने लोगों के बीच लौटूं और उनके विकास में योगदान दूं।”
उन्होंने कहा कि वे हमेशा से एनडीए और बीजेपी की विचारधारा से जुड़ी रही हैं,
और पार्टी के मंच से “संस्कृति के साथ सेवा” का संदेश देना चाहती हैं।
🧭 विनोद तावड़े से मुलाकात बनी बड़ा संकेत
कुछ दिन पहले मैथिली ठाकुर ने बीजेपी के संगठन महासचिव विनोद तावड़े से मुलाकात की थी।
तभी से उनके राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई थीं।
तावड़े ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर साझा करते हुए लिखा था —
“1995 में लालू राज के समय जो परिवार बिहार छोड़ गया था,
अब उसकी बेटी मैथिली ठाकुर बदलते बिहार की रफ्तार देखकर लौट आई है।”
इस पोस्ट के बाद से ही मैथिली का नाम बिहार बीजेपी की संभावित उम्मीदवार सूची में शामिल कर लिया गया था।
💫 मिथिला की बेटी, देश-विदेश में गूंजती आवाज़
दरभंगा की रहने वाली मैथिली ठाकुर सिर्फ बिहार ही नहीं,
बल्कि भारत की लोक-संगीत की सबसे चर्चित युवा आवाज़ों में से एक हैं।
उनकी गायकी में मिथिला की मिट्टी की महक और क्लासिकल संगीत की गहराई दोनों हैं।
मैथिली के पिता रमेश ठाकुर और मां भारती ठाकुर संगीत शिक्षक हैं,
जबकि उनके दो भाई ऋषव और अयाचित ठाकुर भी संगीत में करियर बना रहे हैं।
तीनों भाई-बहनों ने दादा और पिता से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, तबला और हारमोनियम की शिक्षा ली है।
मैथिली सोशल मीडिया पर 1 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स के साथ
भारत की सबसे बड़ी लोकसंगीत इन्फ्लुएंसर सिंगर मानी जाती हैं।
🪔 बीजेपी की रणनीति — मिथिला में मैथिली का जादू
बीजेपी, मैथिली ठाकुर को केवल एक उम्मीदवार नहीं,
बल्कि “कल्चर और यूथ कनेक्ट” के प्रतीक के रूप में पेश करने की रणनीति पर काम कर रही है।
मिथिला क्षेत्र में मैथिली ठाकुर की लोकप्रियता बेहद मजबूत है —
उनकी लाइव परफॉर्मेंस में हजारों की भीड़ उमड़ती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि
“मैथिली ठाकुर की एंट्री बीजेपी के लिए मिथिला में बड़ा ‘इमोशनल कनेक्ट’ बन सकती है।
जहां लालू-तेजस्वी की जोड़ी का सामाजिक समीकरण हावी रहा है,
वहां बीजेपी संस्कृति और गौरव की राजनीति को सामने रख सकती है।”
📍 अलीनगर सीट पर अब मुकाबला दिलचस्प होगा
अलीनगर विधानसभा सीट वर्तमान में बीजेपी के ही मिश्रीलाल यादव के पास है।
लेकिन मैथिली ठाकुर को टिकट मिलने की स्थिति में
यह सीट “युवाओं बनाम पुराने चेहरों” की जंग में बदल जाएगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार,
“मैथिली ठाकुर के नाम पर शीर्ष नेतृत्व सकारात्मक है,
और उन्हें मिथिला क्षेत्र में प्रचार अभियान का चेहरा भी बनाया जा सकता है।”
