हरदोई में बेगमगंज फ्लाईओवर पर दर्दनाक हादसा: गलत दिशा से आया ट्रक, 2 नाबालिग बहनों समेत 3 की मौके पर मौत

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया। शनिवार शाम बेगमगंज फ्लाईओवर के पास यह हादसा तब हुआ, जब एक तेज रफ्तार ट्रक गलत दिशा से आकर बाइक को जोरदार टक्कर मार गया। हादसे में दो नाबालिग बहनों समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

🔹 कैसे हुआ हादसा

पुलिस के मुताबिक, उन्नाव जिले के प्रदीप कुमार अपनी पत्नी को पीछे बैठाकर बाइक से घर जा रहे थे। उनके भतीजे करण (हरदोई के पलहरई गांव निवासी) ने उनकी दो बेटियों — काजल (10) और अंशिका (11) को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाया था। दोनों बाइकें एक साथ बेगमगंज फ्लाईओवर के रास्ते जा रही थीं।

उसी वक्त, सामने से एक तेज रफ्तार ट्रक गलत दिशा से फ्लाईओवर पर चढ़ गया। करण कुछ समझ पाता, इससे पहले ही ट्रक ने बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और तीनों लोग सड़क पर गिरकर बुरी तरह घायल हो गए।

🔹 मौके पर मची चीख-पुकार

हादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में बेगमगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को संडीला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

🔹 ट्रक चालक हिरासत में, जांच जारी

पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा —

“प्राथमिक जांच में ट्रक चालक की लापरवाही सामने आई है। ट्रक गलत दिशा से आ रहा था। मामले की गहराई से जांच की जा रही है।”

🔹 परिवार में मातम

प्रदीप कुमार का परिवार इस हादसे के बाद सदमे में है। दोनों बेटियों की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है। परिजनों का कहना है कि “अगर सड़क पर पुलिस की सख्ती होती और ट्रक गलत दिशा से न आता, तो ये मासूम आज जिंदा होते।”

🔹 सड़क सुरक्षा पर सवाल

यह हादसा एक बार फिर सवाल उठाता है —

  • आखिर क्यों ट्रक चालक गलत दिशा से वाहन चलाने की हिम्मत कर लेते हैं?
  • क्यों नहीं होती नियमित निगरानी और सख्त कार्रवाई?
  • कब सड़कों पर लापरवाही का ये सिलसिला खत्म होगा?

🕯️ तीन मासूम जिंदगियां चली गईं, लेकिन सवाल अब भी बाकी है —

“क्या हमारी सड़कें अब मौत के जाल बन चुकी हैं?”