अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर नए टैरिफ लगाने की योजना को 90 दिनों के लिए टाल दिया, जिससे फिलहाल दोनों महाशक्तियों के बीच व्यापार युद्ध पर ब्रेक लग गया है।
सोमवार को ट्रंप ने इस फैसले पर हस्ताक्षर किए, जबकि मौजूदा समझौते की अवधि मंगलवार को समाप्त हो रही थी।
पृष्ठभूमि
- अप्रैल में ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाया था।
- जवाब में बीजिंग ने अमेरिकी आयात पर शुल्क बढ़ाकर अमेरिकी टैरिफ को 145% तक पहुँचा दिया और रेयर अर्थ मैग्नेट की सप्लाई पर बैन लगा दिया।
- जिनेवा और लंदन में हुई बैठकों में अस्थायी राहत का समझौता हुआ था।
नए फैसले का असर
- अगर समयसीमा नहीं बढ़ाई जाती, तो चीनी वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ कम से कम 54% तक बढ़ जाते।
- यह विस्तार अमेरिका-चीन को अन्य अनसुलझे मुद्दों पर बातचीत का समय देगा।
- इससे अक्टूबर के अंत में ट्रंप और शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात का रास्ता साफ हो गया है।
- ग्लोबल मार्केट पर राहत
इस साल की शुरुआत में बढ़ते टैरिफ युद्ध ने वैश्विक बाजारों को हिला दिया था। अब 90 दिन की इस मोहलत से आर्थिक स्थिरता और निवेशकों के विश्वास को अस्थायी सहारा मिलेगा।