Indigo Crisis: राहुल गांधी का बड़ा हमला — “सरकार के एकाधिकार मॉडल की देन है इंडिगो की विफलता”

इंडिगो एयरलाइंस में जारी परिचालन संकट पर अब देश की प्रमुख राजनीतिक आवाज़ भी सामने आ गई है। लगातार तीसरे दिन 500 से अधिक उड़ानें रद्द होने और हजारों यात्रियों के फंसने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इंडिगो संकट सरकार के “एकाधिकार मॉडल” का नतीजा है।

🛑 इंडिगो की 550+ फ्लाइट्स कैंसिल—देशभर में अफरा-तफरी

बीते तीन दिनों से:

  • 550+ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द
  • कई उड़ानें घंटों की देरी से रवाना
  • हजारों यात्री फंसे, एयरपोर्ट्स पर भीड़ और नाराज़गी

क्रू और पायलटों की कमी व नई FDTL गाइडलाइन्स लागू होने के बाद स्थिति और बदतर हो गई है।

🗣️ राहुल गांधी का तीखा बयान:

“एकाधिकार मॉडल की वजह से आम जनता भुगत रही कीमत”

राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ‘X’ अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा:

“इंडिगो की विफलता इस सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ का नतीजा है। एक बार फिर इसकी कीमत आम भारतीयों को देरी, उड़ानें रद्द होने और लाचारी के रूप में चुकानी पड़ी है। भारत निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, ‘मैच-फिक्सिंग के एकाधिकार’ का नहीं।”

राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि बाजार में “निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा” खत्म की जा रही है, और इसका सीधा नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है।

✈️ इंडिगो संकट क्यों हुआ?—FDTL नियम बना बड़ी वजह

नई FDTL (Flight Duty Time Limit) गाइडलाइन्स लागू होने के बाद हालात बिगड़े।

नए नियमों में:

  • पायलटों को ज्यादा साप्ताहिक विश्राम
  • रात में विमानों के उतरने की सीमा तय
  • सुरक्षा प्रोटोकॉल और सख्त
  • इसके चलते क्रू शेड्यूल बिगड़ा, पायलटों की उपलब्धता घटी
  • इंडिगो में क्रू की भारी कमी देखी गई

इस वजह से एयरलाइन अपने शेड्यूल को मैनेज नहीं कर पाई और उड़ानें लगातार रद्द होने लगीं।

राहुल गांधी का बड़ा आरोप—नई मोनोपॉली ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ जैसी

राहुल गांधी ने इस मामले को एक बड़े आर्थिक मॉडल से जोड़ते हुए कहा—

“देश ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां डर बनाम मुक्त व्यापार में से चुनना है। कभी ईस्ट इंडिया कंपनी ने आवाज छीनी थी और आज नई मोनोपॉली वही डर वापस ला रही है।”

यह टिप्पणी सरकार की आर्थिक नीतियों पर गंभीर सवाल उठाती है।

🏛️ सरकार भी एक्शन में — एयरलाइंस प्रबंधन को सख्त निर्देश

इंडिगो की लगातार रद्द उड़ानों के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई।

बैठक में:

  • DGCA के अधिकारी
  • सीनियर एविएशन एडवाइजर्स
  • इंडिगो का टॉप मैनेजमेंट शामिल

मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कंपनी को निर्देश दिया:

  • तत्काल स्थिति सामान्य करें
  • क्रू भर्ती बढ़ाएं
  • हर 15 दिन में हायरिंग अपडेट दें
  • यात्रियों को राहत देने के ठोस उपाय करें

सरकार ने साफ संकेत दिया कि यात्रियों की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

📌 इंडिगो संकट – अब तक क्या हुआ?

  • 1000 के करीब उड़ानें 4 दिनों में रद्द
  • एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी
  • DGCA की एडवाइजरी लागू
  • क्रू की कमी + नए नियमों की दिक्कत
  • विपक्ष ने सरकार को घेरा
  • मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाया
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