मोहनलालगंज | विशेष रिपोर्ट
लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में जमीन हड़पने के लिए रची गई एक सुनियोजित साजिश का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में फर्जी दस्तावेज, मृत व्यक्तियों की जगह फर्जी लोगों को खड़ा करना और कूटरचित हस्ताक्षरों के जरिए पैतृक भूमि का बैनामा कराने जैसी गंभीर धोखाधड़ी सामने आई है।
क्या है पूरा मामला
ऐशबाग, लखनऊ निवासी सैय्यद फरहान हुसैन ने मोहनलालगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। फरहान ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय मोहम्मद उवैस की मृत्यु के बाद वह ग्राम घुसकर, परगना मोहनलालगंज स्थित पैतृक भूमि के वैध उत्तराधिकारी हैं। उनके अन्य चाचा मोहम्मद सिद्दीक उस्मानी, मोहम्मद अनरू उस्मानी उर्फ अनस, मोहम्मद वासिद उस्मानी उर्फ मुब्बशिर और मोहम्मद इलियास उस्मानी का भी पहले ही निधन हो चुका है।
पिता और अन्य परिजनों की मृत्यु के बाद फरहान ही इस भूमि की देख-रेख कर रहे थे। हाल ही में जब वह तहसील मोहनलालगंज में विरासत दर्ज कराने पहुंचे, तब उन्हें एक चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला।
कैसे रची गई धोखाधड़ी की साजिश
जांच में सामने आया कि शहाबुद्दीन निजामुद्दीन उस्मानी (निवासी सूरत, गुजरात), भगवान देई चौहान (निवासी मानक नगर, लखनऊ) और विमल गिरि (निवासी महाराजगंज) ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर मृत व्यक्तियों के स्थान पर अन्य लोगों को खड़ा कर दिया। इन लोगों ने खुद को जमीन का वास्तविक मालिक और वारिस बताकर कूटरचित दस्तावेज और फर्जी हस्ताक्षरों के जरिए पैतृक भूमि का बैनामा अपने पक्ष में करा लिया।
शिकायतकर्ता फरहान हुसैन ने साफ तौर पर कहा कि उनके परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा किसी भी व्यक्ति के पक्ष में कोई बैनामा या सहमति पत्र कभी नहीं दिया गया था।
पुलिस जांच और कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए मोहनलालगंज पुलिस ने तत्काल केस दर्ज कर विवेचना शुरू की। इंस्पेक्टर बृजेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने दस्तावेजों की जांच, गवाहों के बयान और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पूरे फर्जीवाड़े की परतें खोलीं।
विवेचना के दौरान रमेश कुमार गिरि, अग्गन पु और खुशीराम के नाम सामने आए, जिन्होंने फर्जी विक्रेता बनकर जमीन के कागजात तैयार किए और बैनामे की प्रक्रिया पूरी कराई। सोमवार को पुलिस ने खुजौली रोड, थाना मोहनलालगंज क्षेत्र से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है और साक्ष्य संकलन की कार्रवाई जारी है। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
प्रशासन की चेतावनी
पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जमीन से जुड़े मामलों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि किसी भी संपत्ति लेन-देन से पहले दस्तावेजों की पूरी तरह जांच करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
