Saturday, 08 April 2023 00:00
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भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इन दिनों भयानक संकट से जूझ रहा है. इसके ओर भयानक राजनीतिक संकट है तो दूसरी ओर बड़ा आर्थिक संकट है. इन दोनों के बीच पाकिस्तान गेहूं के घुन की तरह पिस रहा है. महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर अमेरिका से आई है. अमेरिका के एक शोध एजेंसी ने कहा है कि पाकिस्तान जिस मुहाने पर खड़ा है, वहां से दिवालिया होने का रास्ता साफ-साफ दिखाई देता है. गौरतलब है कि पाकिस्तान को अप्रैल 2023 से जून 2026 के बीच 77.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज चुकाना है. ऐसे में नकदी संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश के सामने दिवालिया होने का खतरा ज्यादा है और उसे विघटनकारी प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है. अमेरिका के शोध संस्थान यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (United States Institute of Peace-USIP) ने गुरुवार को प्रकाशित विश्लेषण में यह चेतावनी दी है.
जियो न्यूज ने गुरुवार को United States Institute of Peace के हवाले से बताया कि आसमान छूती महंगाई (Inflation), राजनीतिक संघर्ष (Political Strife) और बढ़ते आतंकवाद (Rising terrorism) के बीच पाकिस्तान बड़े पैमाने पर विदेशी ऋण (Foreign Debt) देनदारियों के कारण दिवालिया होने के जोखिम का सामना कर रहा है.
पाकिस्तान का दिवालिया होना तय?
पाकिस्तान इस समय उच्च विदेशी ऋण (High Foreign Debt), कमजोर स्थानीय मुद्रा (weak local currency) और घटते विदेशी मुद्रा भंडार (Dwindling Foreign Exchange Reserves) से जूझ रहा है. USIP ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अप्रैल 2023 से जून 2026 तक पाकिस्तान को 77.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज चुकाना है, जो 350 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत बड़ी रकम है. रिपोर्ट में कहा गया कि अगर पाकिस्तान इस देनदारी से चूक करता है तो विघटनकारी प्रभावों का सामना करना होगा. पाकिस्तान को अगले तीन वर्षों में चीनी वित्तीय संस्थानों (Chinese financial institutions), निजी कर्जदाताओं (private lenders) और सऊदी अरब को बड़ा भुगतान करना है.
(इनपुट: एजेंसी)