Thursday, 26 October 2023 00:00
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लोकसभा चुनाव के लिए अब ज्यादा समय नहीं रह गए. विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद अगले साल लोकसभा का चुनाव होना है. इसके लिए बीजेपी ने अभी से ही कमर कस ली है. केंद्र सरकार चुनाव से पहले जनता के बीच जाना चाहती है. और इसके लिए अपने सभी मंत्रियों से काम काज का ब्योरा मांगा है.
इस साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के घमासान के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी राजनीतिक दलों में गहमागहमी शुरू हो चुकी है. भारतीय जनता पार्टी ने अभी से ही पूरी तरह से कमर कस ली है. बीजेपी ने पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने चुनावी घोषणा पत्र पर अभी से ही काम करना शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रियों से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उनके काम काज का ब्योरा मांगा है. सरकार की तरफ से मंत्रियों को अपने-अपने मंत्रालय की उन योजनाओं और उपलब्धियों की पूरी जानकारी भेजने को कहा गया है, जो जनता से जुड़ी हुई हैं.
किस योजना से कितना हुआ लाभ?
केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रियों से कहा है पिछले पांच साल के दौरान उनके मंत्रालय की किस योजना से जनता को कितना लाभ हुआ, इसकी डिटेल भेजें. सरकार ने साफ शब्दों में निर्देश दिया है कि मंत्रालय की अलग-अलग योजनाओं से जितने लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से फायदा हुआ, उसके आंकड़े भी प्रस्तुत किये जाएं.
इसके साथ ही सरकार ने अपने मंत्रियों से यह भी पूछा है कि उनके मंत्रालय में जनता के हित के लिए और क्या नई योजनाएं लाई जा सकती हैं, सरकार ने इसका प्रारूप भी मांगा है. सरकार ने सभी मंत्रियों को ये सारी डिटेल जल्द से जल्द भेजने को कहा है.
स्मृति ईरानी को मिली जिम्मेदारी
केंद्र सरकार ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता के बीच फीडबैक लेने के लिए ये कदम उठाया है. इसका मससद सभी मंत्रालयों से डिटेल आने के बाद उसे 2024 के घोषणापत्र और सरकार की उपलब्धियों की बुकलेट में शामिल किया जाना है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को इसे को-ऑर्डिनेट करने की जिम्मेदारी दी गई है. स्मृति ईरानी सभी मंत्रियों की ओर से मिले डिटेल को केंद्र सरकार को सौंपेगीं जिसके आधार पर साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नई योजनाओं की घोषणा की जाएगी या फिर उसे घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा.