Tuesday, 24 October 2023 00:00
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इजराइल हमास के बीच चल रहे जंग के बीच मुरादाबाद से बुरी खबर है. इस वार की वजह से ब्रास सिटी मुरादाबाद में पीतल के कारोबार को 7 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि मिडिल ईस्ट से नए आर्डर तो मिल नहीं रहे, पुराने आर्डर को भी या तो रद्द कर दिया गया है या फिर होल्ड कर दिया गया है.
पीतल के लिए दूनिया भर में प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. अब तक इस शहर के उद्योग को इजराइल-हमास जंग की वजह से 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक की चपत लग चुकी है. आशंका है कि जंग कुछ दिन और चल गई तो यह नुकसान बढ़ कर नौ हजार करोड़ तक पहुंच सकता है. दरअसल इस जंग की वजह से इजराइल ने तो अपने आर्डर कैंसिल किए ही हैं, गल्फकंट्रीज से भी डिमांड में भारी गिरावट आई है.
आलम है कि कई इंपोटरों ने तो तैयार माल के ऑर्डर तक होल्ड कर दिए हैं. बता दें कि मुरादाबाद से पूरी दूनिया में पीतल के उत्पाद एक्सपोर्ट किए जाते हैं. खासतौर पर यहां के फूलदान, आलादीन के चिराग व अन्य सजावटी आइटम की डिमांड पूरे साल रहती है. पीतल कारोबारियों के मुताबिक कोविड काल से पहले तक मुरादाबाद से करीब 11 हजार करोड़ रुपये का माल एक्सपोर्ट होता था. वहीं करीब इतने ही माल की खबर देश के अंदर भी होती थी.
वहीं कोविड काल में कारोबार प्रभावित हुआ तो एक्सपोर्ट घटकर महज आठ करोड़ रह गया. कोविड से निपटने के बाद कारोबार अभी गति पकड़ ही रहा था कि रसिया यूक्रेन वार और अब इजराइल हमास वार ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया. इस समय महज तीन से चार हजार करोड़ का माल ही एक्सपोर्ट हो पा रहा है. वहीं करीब तीन से चार हजार करोड़ का तैयार माल ऑडर कैंसिल होने की वजह से फैक्ट्रियों में ही फंस गया है. यह एक तरह से पीतल कारोबारियों पर दोहरी मार है.
एक्सपोर्टर सतपाल (EPCH) के मुताबिक मुरादाबाद से डेकोरेटिव आइटम दुबई एक्सपोर्ट होते हैं. फिर यहां से मिडिल ईस्ट में बैठे होलसेलर आगे सप्लाई करते हैं. अब हमास और इजरायल युद्ध की वजह से ना तो दुबई आर्डर कर रहा है और ना ही अन्य देशों से आर्डर मिल रहे हैं. उन्होंने बताया कि नए आर्डर नहीं मिलने से नुकसान तो हो ही रहा है, जो आर्डर पहले मिले थे और उसके लिए माल तैयार हो गया, उनके आर्डर कैंसिल होने या होल्ड होने की वजह से दोहरा नुकसान भी हो रहा है. मुरादाबाद पीतल एक्सपोर्ट एसोसिएशन से जुड़े सतपाल का कहना है कि कई एक्सपोर्ट कंपनियां इजराइल को सीधा एक्सपोर्ट करती हैं. इन कंपनियों का तो कारोबार ही ठप हो गया है.